Saturday, July 27, 2024
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना को सौंपा स्वदेशी वॉरशिप

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकता के दौरे पर आज यहां पहुंचे हैं | जहां उन्होंने भारतीय नौसेना के शिवालिक-क्लास फ्रीगेट आईएनएस दूनागिरी को हुगली नदी में लॉन्च किया | उत्तराखंड की एक चोटी के नाम पर रखे गए इस युद्धपोत का निर्माण कोलकता स्थित गार्डन रिच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स यानि जीआरएसई शिपयार्ड ने किया है |

 

आईएनएस दूनागिरी प्रोजेक्ट-17ए का चौथा युद्धपोत है जिसे आज लॉन्च किया गया. इस प्रोजेक्ट के तहत नौसेना के लिए कुल सात शिवालिक क्लास फ्रीगेट बनाए जाने हैं| इनमें से चार मुंबई स्थित मझगांव डॉकयार्ड में तैयार किए जा रहे हैं और बाकी तीन जीआरएसई में | मझगांव डॉकयार्ड पहले ही इस क्लास के दो युद्धपोत समंदर में लॉन्च कर चुका है | पिछले महीने ही इस क्लास का तीसरा युद्धपोत , उदयगिरी लॉन्च किया गया था | जीआरएसई का ये दूसरा युद्धपोत है | ये सभी सातों युद्धपोत देश की अलग-अलग पर्वत-श्रृंखला के नाम पर रखे गए हैं |

बाकी शिवालिक क्लास युद्धपोत की तरह ही दूनागिरी भी रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की एक अहम पहचान है | इस युद्धपोत में 75 प्रतिशत हथियार, उपकरण और सिस्टम स्वदेशी हैं | इन सभी युद्धपोतों का डिजाइन नौसेना के डायरेक्टरेट ऑफ नेवल डिजाइन ने तैयार किया है |

INS दूनागिरी की ये है खासियत

दूनागिरी सहित प्रोजेक्ट 17ए के सभी फ्रीगेट शिवालिक क्लास प्रोजेक्ट-17 के युद्धपोतों का फॉलो-ऑन हैं और सभी में पहले वालों से बेहतर स्टेल्थ फीचर्स , एडवांस वैपन , सेंसर्स और प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम हैं |

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज जिस दूनागिरी युद्धपोत लॉन्च किया है , ये नौसेना के ही पुराने दूनागिरी एएसडब्लू फ्रीगेट का अवतार है | पुराना फ्रीगेट 33 साल की सेवाएं पूरा करने के बाद वर्ष 2010 में रिटायर हो गया था | उसी के नाम पर नए फ्रीगेट का नाम रखा गया है | दरअसल , भारतीय नौसेना की ये परंपरा है कि रिटायर डि-कमीशन युद्धपोत के नाम पर ही नए जंगी जहाज का नाम रखा जाता है |

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