राजेश सोनी ! अमेठी में बढ़ते ठंड और गलन से जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त हो चुका है। दो दिन मौसम खुलने के बाद आज एक बार फिर अमेठी पूरी तरह कोहरे की चादर से ढक गई। कोहरे से जहाँ वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। तो ठंड से बचने के लिए लोग जगह जगह अलाव का सहारा लेते नजर आए। जिले में पारा 10 के नीचे पहुँच गया है। अमेठी में गलन बढ़ने से लोग आलाव का सहारा ले लेकर ठंड से बचने से बचने की कोशिश करते नज़र रहे है।
हाईवे सहित सभी राजमार्गो पर गाड़ियों का आवागमन न के बराबर दिख रहा है। मौसम विभाग की माने तो अगले 72 घंटे तक लोगो को राहत मिलने के आसार कम है। एक स्थानीय राहगीर ने बताया कि हम यहां पर अपना बिजनेस करने आते हैं। ठंड बहुत ही ज्यादा हैं। लेकिन आलाव का कोई भी इंतजाम प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है। हम प्रशासन से मांग करते है कि अलाव के इंतजाम करे। जिससे इस भीषण ठंड में बचा जा सके।
अमेठी में पड़ रही भीषण ठंड
दरअसल अमेठी में पिछले कई दिनों से तेज हवाओं की वजह से भीषण ठंड पड़ रही है। पिछले दो दिन मौसम खुलने से लोगों को थोड़ी राहत मिली लेकिन आज सुबह एक बार फिर कोहरे ने पूरे जिले को ढक लिया। कोहरे की वजह से विजबिल्टी कम हो गई। जिससे वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई और वाहन चालक दिन में भी गाड़ियों की हेड लाइट के सहारे गाड़िया चलाते नजर आए। वही ठंड से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग लोग अलाव के पास बैठे नजर आए। जिले का पारा 10 से भी मीचे आ गया।
बोले कृषि अधिकारी
ठंड के साथ ही गलन पडने से जहाँ लोगो को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। तो वही किसानों के सामने भी मुश्किल खड़ी हो रही है। कृषि अधिकारी का कहना है। इस समय किसानों को अपने आलू की फसल को बचने का प्रयास करना चाहिए। कोहरा ओर गलन आलू की फसल पर ज्यादा प्रभाव डालती है। किसान इससे बचने के लिए अपने खेतों की सिचाई करने के साथ ही जरूरी दवा का छिड़काव भी कर सकते है।
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