Monday, June 16, 2025
Homeदेशमेरे बेटे मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे,सीएम शिंदे उद्धव ठाकरे के परिवारवाद पर...

मेरे बेटे मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे,सीएम शिंदे उद्धव ठाकरे के परिवारवाद पर हमला

महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने हरिवंश राय बच्चन की पंक्तियां ट्वीट करते हुए लिखा मेरे बेटे, बेटे होने से मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे, जो मेरे उत्तराधिकारी होंगे, वो मेरे बेटे होंगे। महाराष्ट्र की राजनीति में आज का दिन कई मायनों में अहम माना जा रहा है। शिवसेना में विभाजन के बाद उद्धव ठाकरे और सीएम एकनाथ शिंदे के खेमों की ओर से मुंबई में दो दशहरा रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। 56 साल के इतिहास में यह पहली बार है जब दशहरा के दिन शिवसेना की दो रैलियां अलग-अलग जगहों पर आयोजित हो रही है। इस रैली को दोनों ही खेमों के बीच शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है।

रैलियों में लाखों समर्थकों के जुटने की संभावना के बीच मुंबई पुलिस ने सुरक्षा को लेकर कड़े इतंजाम किए हैं। जगह-जगह पर पुलिस बल की तैनाती है। बाहर से आ रही सभी वाहनों पर निगरानी रखी जा रही है। दशहरा रैली में दोनों दिग्गज नेता महज पांच किलोमीटर की दूरी पर समर्थकों को संबोधित करेंगे। यही नहीं इस बीच बयानबाजी की लड़ाई भी जोरों पर है। एकनाथ शिंदे ने रैली से ठीक पहले कविता के जरिए उद्धव ठाकरे पर तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्वीट में किसी का नाम नहीं लिया है, लेकिन जो लिखा है, उससे माना जा रहा है कि उन्होंने ठाकरे फैमिली के परिवारवाद पर अटैक किया है। उन्होंने हरिवंश राय बच्चन की पंक्तियां ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मेरे बेटे, बेटे होने से मेरे उत्तराधिकारी नहीं होंगे, जो मेरे उत्तराधिकारी होंगे, वो मेरे बेटे होंगे।

दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं – सीएम शिंदे 

इसके अलावा एक और ट्वीट उन्होंने किया था, जिसमें उन्होंने बालासाहेब ठाकरे के विचारों को देश और धर्म की रक्षा के लिए अहम बताते हुए लोगों से बीकेसी मैदान पर जुटने का आह्वान किया था। इसी मैदान पर एकनाथ शिंदे गुट दशहरा रैली करने का जा रहा है। एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, ‘विकास की यात्रा में ईश्वर, देश और धर्म की रक्षा के लिए बालासाहेब के विचार महत्वपूर्ण हैं। आइए आज हम सबका कल्याण करने का संकल्प लें। बीकेसी मैदान पर श्री बालासाहेब के विचारों का संकल्प लेने के लिए एकजुट हों। सभी को दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं।’

दशहरा रैलियों को लेकर सुरक्षा चौकस

मुंबई में रैलियों को लेकर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 3,200 बड़े अधिकारी, 15,200 कर्मी, राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के 1,500 कर्मी, होमगार्ड के 1,000 जवान, 20 त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी), 15 बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड (बीडीडीएस) तैनात किए गए हैं।

जब बाला साहब ने की शिवसेना की पहली रैली

बाला साहेब ठाकरे ने 19 जून 1966 को शिवसेना का गठन किया। इसी साल 30 अक्तूबर को दशहरे के दिन दादर के शिवाजी पार्क में उन्होंने पार्टी की पहली रैली आयोजित की। तब से मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना की दशहरा रैली की परंपरा जारी है। 2012 में बाला साहब के निधन के बाद उनके बेटे उद्धव ठाकरे रैली को संबोधित करते रहे हैं।

read more : हिमाचल दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी , मेडिकल टूरिज्म को लगेंगे पंख

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments