डिजिटल डेस्क : ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका टिकर के आविष्कारकों में से एक ने चेतावनी दी है कि भविष्य की महामारियां मौजूदा कोरोना संकट से ज्यादा घातक हो सकती हैं।ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने एक भाषण में चेतावनी दी। सोमवार को बीबीसी ऑनलाइन की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।सारा गिल्बर्ट ने कहा कि महामारी की तैयारी के लिए और अधिक धन की आवश्यकता है ताकि जो प्रगति पहले ही हो चुकी है वह बर्बाद न हो।
सारा गिल्बर्ट ने चेतावनी दी है कि नए प्रकार के कोरोनावायरस के खिलाफ मौजूदा टीके कम प्रभावी हो सकते हैं।अफ्रीका में सबसे पहले माइक्रोन की पहचान की गई थी। इस नए प्रकार का कोरोना दुनिया में बहुत तेजी से फैल रहा है। अल-जज़ीरा के अनुसार, दुनिया भर के 40 से अधिक देशों में एमिकोरिन संक्रमित रोगियों की पहचान की जा चुकी है।सारा गिल्बर्ट ने कहा कि लोगों को इस प्रकार के कोरोना के बारे में अधिक जानने तक माइक्रोनेशन के बारे में सावधान रहना चाहिए।
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सारा गिल्बर्ट ने कहा कि यह आखिरी बार नहीं होगा जब किसी वायरस ने लोगों के जीवन और आजीविका को खतरे में डाला हो। सच तो यह है कि अगली महामारी और भी भयानक हो सकती है। यह अधिक संक्रामक या अधिक घातक या दोनों हो सकता है।सारा गिल्बर्ट ने कहा कि अगली महामारी की तैयारी के लिए अभी भी कोई फंडिंग नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारी प्रगति, हमारा ज्ञान अर्जित करना व्यर्थ नहीं जाना चाहिए।”सारा गिल्बर्ट ने टिप्पणी की कि नए प्रकार के कोरोना के प्रसार को धीमा करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।