Virus Ko Marega Virus : Amritsar Government Medical College Ne Corona Se Ladne Wala Virus Banane Ki Reasearch Ke Liye Mangi Manzoori
पूरी दुनिया में कोरोना को लेकर रिसर्च की जा रही है। कोरोना का टीका भी इसका एक मुख्य पार्ट है। अमृतसर गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में ऐसी ही एक रिसर्च की जा रही है, यहां पर वायरस लाइक पार्टिकल डेवलप करने की तैयारी चल रही है।
कोविड की लड़ाई में योग्य वायरस लाइक पार्टिकल आर्टिफिशियल वायरस है, परंतु इसमें जेनेटिक मैटेरियल नहीं होते हैं। यह इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाता तथा बॉडी में इंटर होने के बाद रोग प्रतिरोधक क्षमता को एक्टिव कर देता है।
जानकारी के मुताबिक कोरोनावायरस में DNA तथा RNA नाम का जेनेटिक मैटेरियल होता है। केवल कोविड ही नहीं , अपितु कोई भी वायरस बगैर जेनेटिक मैटेरियल के इनकंप्लीट है। अगर यह मटेरियल वायरस में ना हो तो यह व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
अमृतसर मेडिकल कॉलेज स्थित वायरल डिजीज रिसर्च लैब में वायरस लाइक पार्टिकल पर रिसर्च करने की तैयारियां चल रही है। इस रिसर्च के लिए ICMR से मंजूरी मांगी गई है । लैब के प्रोफेसर्स द्वारा सारा स्ट्रक्चर रेडी करके ICMR को भेजा गया है।
किस प्रकार डिवेलप होगी एंटीबॉडी
मेडिकल कॉलेज में रेडी के जाने वाले वायरल लाइक पार्टिकल का स्ट्रक्चर एंड साइज कोविड की तरह ही होंगे। जैसे ही टीके के माध्यम से इनको मानव शरीर में भेजा जाएगा तो बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता को महसूस होगा कि कोविड का हमला हुआ है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रोग प्रतिरोधक क्षमता एक्टिव हो जाएगी तथा बॉडी वायरस लाइक पार्टिकल से लड़ना शुरू कर देगी।
वायरस लाइव पार्टिकल में DNA तथा RNA जैसे जेनेटिक मैटेरियल नहीं होंगे। इस वजह से इसका हानिकारक प्रभाव मानव शरीर पर नहीं होगा। परंतु इस वायरस से लड़ने के लिए बड़ी मात्रा में एंटीबॉडी तैयार हो जाएगी।अगर फ्यूचर में वास्तविक कोरोनावायरस व्यक्ति पर अटैक करेगा तो पहले से डिवेलप हो चुकी रोग प्रतिरोधक क्षमता इसको खत्म करने में सक्षम होगी । यह भी बोला जा सकता है कि एंटीबॉडी तैयार हो जाएगी, जो सालों तक इस वायरस से सेफ्टी प्रदान करेगी।
राजधानी दिल्ली में होगा इसका क्लीनिकल टेस्ट
कोरोनावायरस के जैसे दिखने वाले वायरस लाइक पार्टिकल से पूरी दुनिया में कई टीके तैयार किए जा रहे हैं। कुछ वैक्सीन क्लिनिकल टेस्ट में सफल भी हो चुकी हैं। कोविशील्ड तथा कोवैक्सीन भी इसी के फार्मूले पर आधारित है। वायरस लाइक पार्टिकल के रूप में बूस्टर डोज लगाकर बॉडी में रोग प्रतिरोधक क्षमता डिवेलप की जाती है । अमृतसर में डिवेलप किए जाने वाले वायरस लाइव पार्टिकल के क्लिनिकल टेस्ट दिल्ली में किए जाएंगे। इनको ICMR ही करवाएगा
कोरोना के नए वैरिएंट्स पर होगा असरकारक
मुख्य बात यह है कि निकट फ्यूचर में अगर कोविड-19 के कई वेरिएंट्स एक्टिव होंगे तब भी आर्टिफिशियल वायरस लाइक पार्टिकल की सहायता से इनका निदान किया जा सकेगा। वायरस लाइव पार्टिकल रेडी करने में टेक्निक को जीनोम सीक्वेंसिंग कहा जाता है । माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉक्टर केडी सिंह ने बताया कि उनकी पूरी टीम आश्वस्त है कि वह वायरस लाइक पार्टिकल डिवेलप कर सकते हैं। इसके लिए शोध के कागजात तैयार किए गए हैं। अब हमको सिर्फ ICMR की परमिशन का इंतजार है।
Written By : Aarti Vishwakarma
यह भी पढ़ें
Teesri Laher Ko Dhyan Me Rakhte Hue PM Modi Ne Baithak , Adhikariyon Ko Diye Nirdesh
Shubhendu Adhikari Ke Khilaf Darj Hui F.I.R., Policekarmi Ki Maut Ke 3 Saal Purani Mamle Me Hua Case