Monday, October 14, 2024
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Twitter Ne Di Safai , Yah Kehna Sahi Nahi Ki Company Ne New IT Rules Ko Follow Nahi Kiya

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ट्विटर द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया गया है कि वह नए आईटी नियमों के आधार पर इंटेरिम चीफ कम्प्लायंस ऑफिसर तथा इंटेरिम रेसिडेंट ग्रीवांस ऑफिसर नियुक्त करने के आखिरी स्तर पर है। इस दौरान इंडियन यूजर्स की तरफ से की जा रही कंप्लेन्स को एक ग्रीवांस ऑफिसर देख रहा है।

एक अधिवक्ता अमित आचार्य की तरफ से दायर पेटीशन के जवाब में कंपनी द्वारा यह एफिडेविट दाखिल किया गया है। पेटीशन में बोला गया था कि ट्विटर केंद्र के नए आईटी रूल्स को फॉलो नहीं कर रहा है। माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट द्वारा यह भी बोला गया है कि यह सूचना प्रौद्योगिकी के नियमों 2021 के आधार पर सिग्निफिकेंट सोशल मीडिया इंटरमीडियरी की डेफिनेशन के अंडर आ सकती है।

नियुक्त अधिकारी ने अपना नाम लिया वापस

नए आईटी रूल्स को केंद्र सरकार द्वारा फरवरी में नोटिफाई किया गया था। यह रूल्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म समेत साइबर स्पेस में सामग्री के प्रसार तथा प्रकाशन को रेगुलेट करते हैं। ट्विटर ने बोला कि नए आईटी रूल्स के नियम थ्री (2) तथा नियम फोर (1) (C) के अनुसार, उसने एक इंटेरिम रेजिडेंट ग्रीवांस अधिकारी नियुक्त किया था। फिलहाल, 21 जून को उनके द्वारा अपनी नियुक्ति वापस ले ली गयी। कंपनी के बोला कि यह कहना ठीक नहीं कि उसने इंटरमीडियरी नियमों को फॉलो नहीं किया है।

रूल्स को फॉलो न करने का लगा आरोप

एडवोकेट आकाश वाजपेयी तथा मनीष कुमार के माध्यम से दाखिल अपने आवेदन पत्र में अमित आचार्य ने बोला कि उनके द्वारा कुछ ट्वीट्स के बारे में कंप्लेन करने का प्रयास किया गया। तब उनको पता चला कि कंपनी द्वारा रूल्स को फॉलो नहीं किया जा रहा है।

जिस पर ट्विटर ने यह कहा कि यह पेटीशन मानने योग्य नहीं है। आचार्य द्वारा रूल्स के आधार पर अपनी कंप्लेन पर सुनवाई का इंतजार किए बगैर वक्त से पहले कोर्ट का रुख किया गया। उनके पास इन ट्वीट्स के विषय में कंप्लेन करने का हक़ नहीं था। उन्होंने बोला कि कंप्लेन पर अब सोच विचार किया गया है तथा उसको सॉल्व कर दिया गया है।

क्या है नए आईटी नियमों में

25 मई से लागू किये गए रूल्स के अनुसार, सोशल मीडिया कंपनियों को अपने यूजर्स अथवा पीड़ितों की कंप्लेन्स को दूर करने के लिए मैकेनिज्म बनाना आवश्यक है। जिसके आधार पर पचास लाख से अधिक यूजर बेस वाली सारी सोशल मीडिया कंपनियां इस प्रकार की कंप्लेन्स को सॉल्व करने के लिए एक कंप्लेन ऑफिसर अपॉइंट करेंगी।

इसके अलावा इस प्रकार के ऑफिसर्स के नाम तथा कॉन्टैक्ट समेत सारी जानकारी साझा करेंगी। टॉप सोशल मीडिया कंपनियों को एक चीफ कम्प्लायंस ऑफिसर, एक नोडल कॉन्टैक्ट पर्सन तथा एक ग्रीवांस ऑफिसर नियुक्त करना है। वह सारे भारत में ही रहने चाहिए।

Written By : Aarti Vishwakarma

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