आसपुर : जगदीश तेली : आसपुर थाना क्षेत्र के कतीसौर निवासी एक युवक जो मुंबई के वसई में चाय की कैंटीन चलाता था।जों विगत 15 दिन से लापता था। गुमशुदगी की रिपोर्ट मुंबई के वसई में करवाई गई थी। बुधवार दोपहर वसई के पास ही जंगल इलाके में कपड़े और अटैची दिखी मिली। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची कपड़ों के आधार पर परिजनों ने पहचान की। अटैची खोल कर देखा तो लाश अटैची में सड चुकी थी।प्राप्त जानकारी के अनुसार कतीसौर निवासी गटू( 45) पुत्र गमिरा बलाई जो विगत 15 दिन से लापता था ।
जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। गुमशुदगी को लेकर डूंगरपुर कलेक्टर व एसपी को भी ज्ञापन सौंपा था। लेकिन कहीं पता नहीं चला लेकिन अचानक बुधवार दोपहर मुंबई के वसई में जंगल इलाके में गट्टू बलाई के कपड़े व अटैची में लाश मिली। सूचना पर मौके पर पहुंचकर पुलिस लाश को कब्जे में लिया और शक के आधार पर थाना पदोवडा मोवाई निवासी दिनेश पुत्र कन्हैया लाल चौबीसा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने हत्या करवाना कबूल किया। हत्या में वसई मुंबई निवासी विशाल, अनमोल व कपिल नाम के तीन व्यक्ति को हत्या करवाने के लिए सुपारी दी गई थी। जिसमें से विशाल मराठी को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है ।
अनमोल व कपिल फरार चल रहे हैं जिसकी पुलिस छानबीन कर रही है।इधर गुरुवार को लाश लेकर परिजन कतीसौर पहुंचे।शव के गांव पहुचते ही हाहाकार मच गया।समाजजनों ने ऐसे लोगो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।
पूर्व मंत्री के बेटे की करतूत से सपा पर सवाल
उन्नाव में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री के बेटे की घिनौनी करतूत ने चुनाव के बीच अखिलेश की पार्टी को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। आरोप है कि सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे स्व. फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह ने ना सिर्फ एक दलित बेटी का अपहरण किया, बल्कि हत्या कर लाश को शौचालय के टैंक में दफना दिया। लगभग दो महीने बाद गुरुवार को लड़की की लाश मिलने पर राजनीतिक सियासत तेज हो गई है। इस घटना के बाद से सपा पर सवालों की बौछार सी हो रही है, साथ ही अपने मंत्री के बेटे को बचाने के मामले में घिरती नजर आ रही है। वहीं पोस्टमार्टम में युवती से की गई दरिंदगी भी सामने आई है।
अखिलेश की गाड़ी के आगे कूदी थी पीड़िता की मां
करीब दो महीने पहले कांशीराम कॉलोनी की महिला रीता ने उन्नाव में सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री रहे स्व.फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह पर अपनी बेटी पूजा को गायब करने का आरोप लगाया था। मामले में पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज की पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसको लेकर रीता ने 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के काफिले के आगे कूदकर जान देने की कोशशि की थी। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आनन-फानन में रजोल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 04 फरवरी को पुलिस ने रजोल को पीसीआर रिमांड पर लेकर आठ घंटे पूछताछ की। जिसमें उसके साथी हरदोई थाना मुबारकपुर के नवा गांव में रहने वाले साथी सूरज के बारे में पता चला।
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