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Sheetal Srivastava Office: महामारी को हराने के एक मात्र उपाय है टीकाकरण ऐसे में भारत में वैक्सीन की कमी के चलते इस उपाय में भी बाधा आ गयी है। लेकिन इसके बाद भी देश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना का टिका लगाया जा रहा है।
अभी तक 20 करोड़ से भी अधिक लोगों को टिका लगाया जा चुका है, लेकिन टिका और टीकाकरण अभियान को लेकर लोगों में अलग-अलग तरह के प्रश्न या भ्रांतियां भी हैं। अलग-अलग प्रकार की खबरों ने आम जनता में वैक्सीन को लेकर भ्रम पैदा कर दिया है। इसके मध्य केंद्र सरकार ने टीकाकरण और उसकी उपलब्धता को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया है। Teekakaran Ke Mamle Me Sarkar Ne Diya Spashtikaran
नीति आयोग की ओर से स्पष्टीकरण के मद्देनज़र जारी किये गए बयान में 7 अलग-अलग मुद्दों पर सफाई पेश की गयी है। जिसमे विभिन मुद्दों को कवर किया गया है जैसे वैक्सीन की बच्चों की वैक्सीन, उपलब्धता, राज्यों को उपलब्ध किये जाने वाली खुराक और टिके के वितरण की कोशिशों पर उठते सवालों को लेकर सरकार का आखिर कहना क्या है ?
क्या विदेश से वैक्सीन खरीदने के कोशिशें केंद्र कर रही है ?
केंद्र सरकार के अनुसार वर्ष 2020 के मध्य से ही वह मुख्य वैक्सीन निर्माताओं के साथ बातचीत की जा रही है।लीडिंग वैक्सीन निर्माता कंपनिया जैसे मॉडर्ना ,फाइजर के साथ कई बार बातचीत कर टिके का निर्माण देश में करने पर बात की जा चुकी है। खुराक की सप्लाई लिमिटेड है और टिके के वितरण में कम्पनियो की अपनी प्रायोरिटी है।
जो कंपनी जिस देश की है, वो पहले वहां खुराक दे रही है। फाइजर ने जैसे ही टीका एक्सपोर्ट करने की इच्छा जताई है, उसी के बाद से भारत सरकार और फाइजर कंपनी के मध्य वैक्सीन के एक्सपोर्ट को लेकर बातचीत जारी है।इतना ही नहीं बल्कि भारत सरकार ने रूस की वैक्सीन स्पूतनिक वी को भी फास्ट ट्रैक अप्रूवल दे दिया,इस वजह से भारत को स्पूतनिक वी वैक्सीन की सप्लाई शुरू हुई बल्कि जल्द ही देश में भी इसका उतपादन भी शुरू हो जाएगा। Teekakaran Ke Mamle Me Sarkar Ne Diya Spashtikaran
केंद्र सरकार ने विदेशों के उपलब्ध टीके को अप्रूवल नहीं दिया?
केंद्र सरकार ने इस मुद्दे पर सफाई पेश करते हुए कहा यूके, अमेरिका, जापान के साथ-साथ WHO (World Health Organization) ने जिन टीकों को मंजूर किया था, भारत सरकार ने भी उन्हें अप्रैल के महीने में ही मंजूरी दे दी थी। ये सभी टिके बिना किसी ब्रिजिंग ट्रायल के देश में इस्तेमाल की जा सकेगी। हाल ही में विदेशों के भी विश्वसनीय वैक्सीन निर्माताओं को ट्रायल से छूट दी गई है।
स्वदेशी वैक्सीन के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए ?
Teekakaran Ke Mamle Me Sarkar Ne Diya Spashtikaran
केंद्र सरकार के अनुसार वर्ष 2020 की शुरुआत से ही वह टिके के निर्माताओं को अधिक से अधिक सुविधाएं देने के प्रयास किये जा रहे है। फिलहाल , सिर्फ भारत बायोटेक के पास ही टिके के उत्पादन के लिए इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट है। भारत सरकार , भारत बायोटेक की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ एब प्रयास भी कर रही है किजल्द ही 3 और वैक्सीन कंपनियां भारत में ही प्रोडक्शन शुरू कर सकें। इतना ही नहीं बल्कि,सरकार का दावा है कि अक्टूबर तक भारत बायोटेक हर महीने 10 करोड़ टिके का उत्पादन कर सकेगी।
Written By : Sheetal Srivastava
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