Thursday, November 21, 2024
Homeधर्मआज के जीवन का मंत्र: कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता,...

आज के जीवन का मंत्र: कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता, उद्देश्य छोटा या बड़ा होता है

कथा – महाभारत में पांडवों ने कई राजाओं को परास्त किया और चक्रवर्ती सम्राट बने। उन्होंने एक शाही बलिदान का आयोजन किया, जिसमें कई राजाओं को आमंत्रित किया गया था।

राजस्व बलिदान के लिए बड़ी व्यवस्था करनी पड़ी। कौन काम करेगा इस पर विभाजित था। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी। पांडवों के मन में भगवान कृष्ण के प्रति बहुत सम्मान था। सब यही सोचने लगे कि अब उन्हें क्या काम सौंपा जाए? सभी ने तय किया कि कृष्ण से इस बारे में पूछा जाना चाहिए।

पांडवों को भांपते हुए भगवान कृष्ण ने उनसे पूछा, ‘बताओ, अब क्या काम बचा है?’

सब सोचने लगे।

थोड़ी देर बाद श्रीकृष्ण ने कहा, ‘मैं दो काम करूंगा। सबसे पहले मैं ब्राह्मणों और ऋषियों के चरण धोऊंगा और भोजन के बाद बचे हुए सभी बर्तनों और प्लेटों को उठाऊंगा। ‘

राजसूय यज्ञ में श्रीकृष्ण ने ऐसा ही किया था। बाद में किसी ने भगवान कृष्ण से पूछा कि आपने ऐसा करने की जिम्मेदारी क्यों ली? आप कुछ बड़ा कर सकते हैं।

भगवान कृष्ण ने कहा, ‘कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। बड़ा या छोटा उद्देश्य। हमें ऐसे काम करने चाहिए जो वास्तव में सेवा-उन्मुख हों।

जब भी सत्य और असत्य की लड़ाई होती है, सत्य की जीत अवश्यंभावी होती है

सीख – हम कितने भी बड़े या छोटे क्यों न हों, हम हमेशा ऐसे काम करते हैं जिनमें सेवा की भावना हो।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments