एस्ट्रो डेस्क : मंगलवार, 23 नवंबर, 24:57:11 तक चौथी तिथि के बाद पांचवी तिथि। चौथे दिन के स्वामी गणेश हैं और पांचवें दिन के स्वामी सर्पदेव (नागराज) हैं। मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।
आज क्या करें और क्या न करें
इस दिन आपको उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए, अधिक यात्रा करनी हो तो घर से ही गुड़ खाएं। इस दिन मूली नहीं खानी चाहिए और कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। नीचे दिन के शुभ समय, दिशा का स्थान, राहुकाल और गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी दी गई है।
23 नवंबर 2021 दिन – मंगलवार पंचाग
सूर्योदय:- सुबह 06:40:08
सूर्यास्त:- संध्या 05:20:51
विशेष: मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा का विशेष महत्व है।
विक्रम संवत – 2078
शॉक संबत – 1943
दर्पण:- दक्षिणायन
ऋतु:- शरद ऋतु
मास:- मार्गशीर्ष मास
साइड:- ब्लैक साइड
दिनांक:- 4 से 24:57:11 तक और फिर 5 तारीख
तिथि स्वामी :- चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश तथा पंचम तिथि के स्वामी सर्पदेव (नागराज) हैं।
सितारे:- 13:44:00 बजे तक गीले तारे, फिर पुनर्जन्म
नक्षत्रों के स्वामी:- राहुदेव आर्द्रा नक्षत्र के स्वामी हैं, गुरु देव जी पुनर्बसु नक्षत्र के स्वामी हैं।
जोड़ें:- 07:00:00 और शुक्ल तक शुभकामनाएँ।
गुलिक काल:- आज का शुभ गुलिक काल 12:07:00 बजे से 01:26:00 बजे तक है
दिशा:- इस दिन उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।यदि यात्रा अधिक करनी हो तो घर से ही गुड़ का सेवन करें।
राहुकाल:- आज का राहुकाल 02:46:00 बजे से 04:05:00 तक
खजूर का महत्व :- इस दिन मूली नहीं खानी चाहिए और कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, पंचांग का पाठ करने वालों पर नजर रखें।
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