Thursday, June 19, 2025
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गुलाम नबी आज़ाद की नई पारी की शुरुआत,डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के साथ

गुलाम नबी आज़ाद ने आज अपनी नई पार्टी के नाम की घोषणा कर दी है और पार्टी का नाम ‘डेमोक्रेटिक आज़ाद पार्टी’ रखा है। गुलाम नबी आज़ाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद गुलाम नबी आज़ाद ने कहा था कि जल्द वह नई पार्टी के नाम की घोषणा करेंगे। गुलाम नबी आज़ाद ने यह भी कहा था कि उनकी पार्टी की विचारधारा आज़ाद होगी। जम्मू में प्रेसवार्ता कर उन्होंने नाम की घोषणा की। गुलाम नबी आज़ाद ने पिछले महीने कांग्रेस से अपना पांच दशक से अधिक पुराना नाता तोड़ दिया था।

वे तीन दिवसीय दौरे पर जम्मू आए हैं। गुलाम नबी आज़ाद ने बताया कि हमारी पार्टी के झंडे में 3 रंग हैं और हम गांधीजी को मानते हैं। आज़ाद ने कहा कि पार्टी की विचारधारा उनके नाम की तरह होगी और इसमें सभी धर्मनिरपेक्ष लोग शामिल हो सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू-कश्मीर के अधिकतर वरिष्ठ नेता पार्टी को छोड़कर आज़ाद के समर्थन में आ चुके हैं। वह पार्टी का एजेंडा भी पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं। इसमें जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, भूमि व नौकरियों के अधिकार स्थानीय लोगों के लिए सुरक्षित करने के लिए संघर्ष जारी रखना आदि शामिल है।

मार्च 2022 में गुलाम नबी आज़ाद को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से पद्मभूषण मिला। 1973 में गुलाम नबी आज़ाद ने डोडा जिले के भलेसा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सचिव के रूप में राजनीति की शुरुआत की थी। इसके बाद उनकी सक्रियता और शैली को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें युवा कांग्रेस का अध्यक्ष चुना।

2005 में बने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री

गुलाम नबी आज़ाद के राजनीतिक जीवन में 2005 में वह स्वर्णिम समय भी आया जब उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर की सेवा की। आजाद के जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रहते हुए कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में 21 सीटों पर जीत का परचम लहराया था। इसके परिणाम स्वरूप कांग्रेस प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर उभरी थी।

पंद्रह हजार से अधिक लोगों ने पार्टी के नाम के सुझाव दिए

आज़ाद को जम्मू कश्मीर से पंद्रह हजार से अधिक लोगों ने पार्टी के नाम के सुझाव दिए थे। हालांकि वह पार्टी के नाम पर दिल्ली में विचार विमर्श कर चुके हैं लेकिन फाइनल करने के लिए उन्होंने जम्मू कश्मीर के नेताओं से भी विस्तार से चर्चा की। सितंबर माह में गुलाम नबी आज़ाद का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले कांग्रेस छाेड़ने के बाद चार सितंबर को जम्मू कश्मीर आए थे। रैलियां की और चार सौ से अधिक प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत की थी। जम्मू का दो दिवसीय दौरा पूरा करने के बाद आज़ाद 27 सितंबर को श्रीनगर का रुख करेंगे। वह दो दिन तक कश्मीर में पार्टी नेताओं से बैठकें करेंगे।

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