चाइल्ड सेक्सुअल पोर्नोग्राफी के मामले में सीबीआई का बड़ा एक्शन देखने को मिल रहा है | सीबीआई ने 20 राज्यों में 56 जगहों पर छापेमारी कर रही है | सीबीआई ने इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन मेघदूत’ नाम दिया है | सीबीआई के मुताबिक कई ऐसे गैंग चिन्हित किये गए हैं जो न केवल चाइल्ड सेक्सुअल प्रोनोग्राफी के सम्बंधित साम्रगी बल्कि बच्चों को फिजिकली ब्लैकमेल कर उसका इस्तेमाल करते हैं | बताया जा रहा है ये गैंग्स दोनों तरीके से काम करता है समूह बनाकर और व्यक्तिगत तौर पर | सीबीआई इंटरपोल की नोडल एजेंसी भी है | जिसके पास एक अंतरराष्ट्रीय बाल यौन शोषण इमेज व वीडियो डेटाबेस है |
जो सदस्य देशों के जांचकर्ताओं को बाल यौन शोषण के मामलों पर डेटा साझा करने की अनुमति देता है | भारत सहित 64 देशों द्वारा उपयोग किए जाने वाले आईसीएसई ने डेटाबेस में मौजूद 2.3 मिलियन तस्वीरों और वीडियो से दुनिया भर में 10,752 अपराधियों की पहचान करने और 23,500 बच्चों को उनके चंगुल से बचाने में मदद की है | इसमें ओपन नेटवर्क के जरिए डेटा साझा करने का प्रावधान है | जिसे सभी सदस्य देशों के साथ-साथ कुछ विशिष्ट देशों द्वारा एक्सेस किया जा सकता है |
ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज से संबंधित मामलों में सीबीआई की जांच के लिए 2019 से ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज एंड एक्सप्लाॅइटेशन प्रिवेंशन इंवेस्टिगेशन नाम से एक विशेष इकाई का भी गठन किया है | ऐसे अपराधों में विभिन्न सूचनाएं प्राप्त और एकत्रित करने के अलावा, सीबीआई की यह इकाई ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज से संबंधित विभिन्न मामलों की जांच करती है | यह ईकाई ऑनलाइन बाल यौन शोषण के सक्रिय संगठित रैकेट के बारे में दूतावासों और विदेशी संघीय जांच एजेंसियों से प्राप्त सूचनाओं का भी मिलान और जांच करती है |
सीबीआई को यहां से मिले थे इनपुट्स
सीबीआई को इंटरपोल के जरिए सिंगापुर से इस मामले के इनपुट्स मिले थे | जिसके बाद अब सीबीआई एक्शन में आ गई है | सीबीआई की ये छापेमारी दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, पटना समेत 20 राज्यों में चल रही है | बता दें, पिछले साल भी ऑपरेशन चलाया गया था जिसका नाम ऑपरेशन कार्बन था | उस दौरान देशभर में 83 लोगों के खिलाफ 76 ठिकानों पर रेड की गई थी और कई गिरफ्तारियां की गई थीं।
सुप्रीम कोर्ट भी चितिंत
बता दें, देश में चाइल्ड पोर्नोग्राफी का ये कोई पहला मामला नहीं है | देश में चाइल्ड पोर्नोग्राफी एक चिंता का विषय रहा है | सोशल मीडिया पर लगातार अपलोड होते चाइल्ड पोर्नोग्राफी की वीडियो पर सुप्रीम कोर्ट भी चिंता जता चुका है |
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