उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों के बीच मतभेद

उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों के बीच मतभेद

देश के नए उपराष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए आज संसद भवन मतदान हो रहा है | इस दौरान विपक्षी दलों के बीच मतभेद भी साफ तौर पर देखा गया। बता दें कि टीएमसी एक पत्र के जरिए कहा है कि वो इस चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं लेगी। दरअसल टीएमसी ने विपक्षी उम्मीदवार अल्वा के नाम पर ऐतराज जताया था। पार्टी का कहना था कि अल्वा के नाम का ऐलान होने से पहले उससे सहमति नहीं ली गई। ऐसे में अब पार्टी ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।

सत्तारूढ़ पार्टी NDA ने उपराष्ट्रपति पद के लिए जगदीप धनखड़ को मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने मार्गरेट अल्वा को पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना है। आंकड़ों के लिहाज से एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ का पलड़ा भारी लग रहा है। वहीं, राष्ट्रपति चुनाव की तरह इस चुनाव में भी ‘क्रॉस वोटिंग’ को लेकर विपक्षी दलों पर नजरें टिकी हुई हैं। वहीं, टीआरएस, आम आदमी पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अल्वा को समर्थन देने का ऐलान किया है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी मार्गरेट अल्वा को समर्थन देने का ऐलान किया है।

11 अगस्त को शपथ ग्रहण

चुनाव के लिए सुबह 10 बजे से संसद भवन में वोटिंग शुरू हो गई है और शाम पांच बजे तक इसके नतीजे आ जाएंगे। अगले उपराष्ट्रपति 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना वोट डाला है। जिसकी तस्वीरें भी सामने आई हैं। वहीं उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना वोट डाला।

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