वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हुई रोजा इफ्तार पार्टी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. पार्टी का विरोध कर रहे छात्रों ने शुक्रवार को कुलपति आवास के सामने श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ किया. छात्रों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि, जब तक वीसी रोजा इफ्तार को लेकर माफ़ी नही मांगेंगे तब तक हम विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे.
इफ्तार पार्टी को लेकर कुलपति ने मांगे माफी- छात्र
छात्रों ने कैंपस में निरंतर हो रही हिन्दू विरोधी गतिविधियों को लेकर कहा कि अभी तक कैंपस की दीवारों पर हिन्दू विरोधी नारों के लेखन करने वालो की गिरफ्तारी नही हुई है. न ही रोजा इफ्तार पार्टी को लेकर कुलपति ने माफ़ी मांगी है. इसके लिए कुलपति को चेतावनी देते हुए हमने वीसी आवास के सामने सामूहिक रूप से श्रीमद्भगवद्गीता पाठ और प्रदर्शन किया गया.
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शैक्षणिक माहौल हो रहा खराब- छात्र
रोजा इफ्तार पार्टी को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्र संगठन ने विरोधी स्वर में कहा कि कुलपति सुधीर कुमार जैन ग़लत कर रहे हैं. यह नई परम्परा शुरू कर वह वैमनस्यता फैला रहे हैं. इससे शैक्षणिक माहौल खराब हो रहा है. इस दौरान छात्रों ने नारे लगाते हुए कहा कि सुधीर कुमार जैन होश में आओ.
कोविड में छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए की गई व्यवस्था
इस प्लेटफार्म पर उन्हें वेबिनार के माध्यम से क्लासेज, पत्र-पत्रिकाओं, शोधों की जानकारी भी मिलती रहेगी। शनिवार को यूजीसी के दिशा-निर्देशों के क्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में मानसिक स्वास्थ्य, मनोसामाजिक चिंता एवं कल्याण पर कुलपति द्वारा पुर्नगठित कोविड टास्क फोर्स कमेटी के तत्वावधान में वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें यूजीसी द्वारा लिए गए अहम फैसले के मद्देनजर ‘स्वयं’ के बारे में चर्चा हुई। इसमें मुख्य अतिथि यूजीसी अध्यक्ष प्रो. डीपी. सिंह ने कहा कि कोविड में छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। उनका पठन-पाठन सुचारु रूप से चलता रहे इसके लिए बेहद जरूरी है उनका मानसिक स्वास्थ्य, ताकि वे प्रतिकूल परिस्थितियों में भी अपना मनोबल बनाए रख सकें और चिंतामुक्त रहें।
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