लखनऊ : यूपी के बुंदेलखंड इलाके में इस साल भूसे की भारी कमी हो जाने के कारण उसकी कीमत दो गुनी से हो गई है। इस इन बढ़ी हुई कीमतें की वजह से पशु पालकों में हड़कम्प मच गया है। अचानक से भूसे का रेट दो गुना हो जाने के बाद भी भूसा नही मिल पा रहा है जिसको लेकर पशु पालक बेहद परेशान हैं। अब पशु पालक अपने दुधारू पशुओं को बेचने पर भी विचार कर रहे हैं। भूसे की किल्लात के चलते दूध की कीमतों में भी भारी व्रद्धि होने वाली है जिससे आम लोगों की जेब को भारी झटका लगेगा । बीते साल इसी समय मे भूसा 4 सौ से पांच सौ रुपया क्विंटल आसानी से मिल जाता था पर इस साल यही भूसा एक हजार से ज्यादा प्रति कुंतल मिल रहा है और वो भी बहुत ढूंढने के बाद भी मुश्किल से मिल पा रहा है।
आखिर क्यों हुआ भूसा महंगा
हमीरपुर जिले के किसान नेता संतोष सिंह ने बताया कि इस साल किसानों ने मटर और लाही की फसलों को ज्यादा बोया था जिस कारण से गेंहू का भूसा नही हो पाया है जबकि किसान नत्थू सिंह ने बताया कि एक तो गेंहू इस साल कम बोया गया और उस पर किसानों ने गेंहू की फसल को हार्वेस्टर से कटवा दिया जिससे भूसा नही बन सका है। उन्होंने आगे बताया कि पिछले साल जब किसानों ने मटर बोया था तो मटर की कीमत बहुत अच्छी मिली थी। जिसकी वजह से किसानों ने इस साल मटर को ज्यादा बोया पर इस साल बाजार और मंडियों में मटर की सही कीमत ही नही मिल पा रही है
जिससे किसानों के सामने बड़ी समस्या आ खड़ी हुई है। एक तो उन्होंने गेंहू की जगह मटर पैदा किया जिससे भूसे की समस्या पैदा हो गयी और अब मटर की कीमत नहीं मिल पा रही है। किसानों की इसी गलती की सजा पशु पालकों को भोगनी पड़ रही है। भूसे की कमी और महंगी कीमतों के चलते सिर्फ हमीरपुर जिला ही नहीं बल्कि पूरे बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों महोबा, बांदा,चित्रकूट,जालौन, झांसी और ललितपुर में भी समस्या देखने को मिल रही है ।
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