Sunday, December 22, 2024
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Desh Me Oxygen Ki Kami Se Kyun Mar Rahe Hain Marij ? , Kya Hai Wajah Aur Kya Hai Iska Samadhan

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भारत में संक्रमण की दूसरी लहर इतनी भयानक होती जा रही है कि देश में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है ऐसे में मरीजों में पहले के मुकाबले ज्यादा गंभीर लक्षण देखने को मिल रहे हैं Desh Me Oxygen Ki Kami

जिस वजह से देश में मौतों का आंकड़ा भी रिकॉर्ड तोड़ता नजर आ रहा है और कोरोना मरीजों की मौत का सबसे बड़ा कारण बन रही है ऑक्सीजन की कमी देश में अधिकतर मरीजों की मौत ए वक्त से ऑक्सीजन ना मिल पाने की वजह से हो रही हैं।

देश के करीब सभी राज्यों में ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रही है जहां कोरोना मरीज ऑक्सीजन की कमी से अपनी जान गवा रहे हैं देश में लगातार बाहरी देशों से भी ऑक्सीजन लाई जा रही है

और इसका रेलवे और एयरप्लेन के जरिए आयात किया जा रहा है लेकिन फिर भी इतनी भारी संख्या में मिल रहे मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कर पाना असंभव सा नजर आ रहा है जिस कारण अब तक न जाने कितने मरीज ऑक्सीजन की कमी से अपनी जान गवा चुके हैं, लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है आज हम इस बात पर चर्चा करते हैं।

कोरोना मरीजों के इलाज में आखिर क्यों ऑक्सीजन साबित हो रही रामबाण?
Desh Me Oxygen Ki Kami

संक्रमण की दूसरी लहर पहले से कई गुना ज्यादा घातक बन कर उभरी है जिस वजह से इस संक्रमण से लोगों को निमोनिया और हाइपॉक्सेमिया हो रहा है और अगर हम हाइपॉक्सेमिया को सरल शब्दों में समझें तो इसे खून में ऑक्सीजन की कमी होना कहते हैं। कोविड-19 के वक्त में निमोनिया की यह सबसे गंभीर स्थिति है और ज्यादातर मरीज इसी कारण अपनी जान गवा रहे हैं। 

कोरोना संक्रमण के इलाज में कई एंटीवायरल दबाए कारगर साबित हो रहे हैं लेकिन जब इस संक्रमण में निमोनिया जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है तो बिना ऑक्सीजन सपोर्ट के मरीज को राहत नहीं मिल सकती जब मरीज को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जाता है तो उसके अंदर के इंफेक्शन को कम किया जा सकता है और इनफेक्ट हुए फेफड़ों को ठीक करने में कम वक्त लगता है इसलिए कोरोना से संक्रमित ज्यादातर लोगों के लिए ऑक्सीजन गैस जीवन रक्षक की तरह साबित हो रही है।

ऑक्सीजन जुटाने में क्या दिक्कतें आ रही हैं और क्या भारत में ऑक्सीजन का पर्याप्त उत्पादन हो रहा है?
Desh Me Oxygen Ki Kami

देश में कोरोना संक्रमण के साथ-साथ ऑक्सीजन की किल्लत एक बड़ी समस्या बन चुकी है जिसके चलते मरीज अपनी जान गवाते नजर आ रहे हैं दरअसल भारत में ऑक्सीजन को लेकर हमेशा अनदेखी की गई है

जिस वजह से इसका सबसे बड़ा नुकसान गरीबों को उठाना पड़ रहा है जो पूरी तरह से सरकारी अस्पतालों पर ही निर्भर है वहीं अगर देखा जाए तो प्राइवेट अस्पतालों में स्थिति कुछ हद तक ठीक है क्योंकि वहां ऑक्सीजन सप्लाई के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं देश में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए इतने उपाय नहीं किए गए हैं जितने आवश्यक है।

अब बात यह आती है कि क्या भारत में ऑक्सीजन का पर्याप्त उत्पादन हो रहा है तो अगर हम देखें तो भारत में प्रतिदिन 7000 में ट्रैक्टर ऑक्सीजन का उत्पादन होता है जिसका अधिकांश भाग इंडस्ट्रियल एरिया को जाता है Desh Me Oxygen Ki Kami

लेकिन अब इंडस्ट्रियल एरिया में मेडिकल इमरजेंसी को देखते हुए अपना ऑक्सीजन मेडिकल इस्तेमाल के लिए देना शुरू कर दिया है।
लेकिन देश में दूसरी एक और भी समस्या है जो कि ऑक्सीजन परिवहन और स्टोरेज की है भारत के पास 1224 क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकर हैं

जिनकी ऑक्सीजन स्टोरेज की छमता 16732 मेट्रिक टन की है और देश में ज्यादातर ऑक्सीजन पूर्वी हिस्सों से आ रही है जिसके आवागमन में कम से कम 6 से 7 दिन लग जाते हैं ऐसे में अस्पतालों तक 3000 से 4000 में ट्रैक्टर ऑक्सीजन ही पहुंच पाती है।

देश में ऑक्सीजन की किल्लत का तत्काल समाधान क्या है?
Desh Me Oxygen Ki Kami

देश में ऑक्सीजन कितनी भारी किल्लत हो गई है कि इस महामारी के संकट से निकलने में काफी वक्त लग सकता है लेकिन इस संकट में सबसे बुनियादी स्रोत है ऑक्सीजन लेकिन इसके लिए भी ऑक्सीजन सिलेंडर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन जनरेटर की व्यवस्था करना इतना आसान नहीं है।

अगर हम ऑक्सीजन सिलेंडर की बात करें तो इसका परिवहन काफी खर्चीला और मुश्किल है और एक ऑक्सीजन सिलेंडर 24 से 72 घंटे तक ऑक्सीजन दे सकता है जबकि गंभीर लक्षण वाले मरीजों को 1 सप्ताह में तीन से चार सिलेंडर की जरूरत होती है।

अस्पतालों में हो रही ऑक्सीजन की कमी को देखें तो मध्यमवर्गीय अस्पतालों को रोजाना 40,000 से अधिक ऑक्सीजन मीटर की जरूरत लगेगी और ऐसे में ऑक्सीजन सिलेंडर के बजाय ऑक्सीजन जनरेटर या कंसंट्रेटर का उपयोग करना है ठीक साबित होगा हालांकि अस्पताल सिलेंडर का इस्तेमाल आपात परिस्थितियों में कर सकते हैं लेकिन हमारे देश में ज्यादातर सरकारी अस्पताल आक्सीजन सिलेंडरों पर ही निर्भर है।

देश में ऑक्सीजन की कमी दूसरी सबसे बड़ी परेशानी का मुद्दा बन गई है जिस वजह से आए दिन कोरोना के मरीज अपनी जान गवा थे नजर आ रहे हैं अब ऐसे में जरूरी यह है कि सरकार को इस पर शक्ति से संज्ञान लेना चाहिए और इस समस्या को दूर करने के लिए जल्द से जल्द प्रयास करना चाहिए ताकि अपनी जान गवा रहे मरीजों को बचाया जा सके और इस संकट की घड़ी से जल्द से जल्द उबरा जा सके। Desh Me Oxygen Ki Kami

Written By : Shruti Dixit

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