‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह का नामांकन स्वीकार हो गया है। अमृतपाल पंजाब की खडूर साहिब लोक सभा सीट से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार पर्चा दाखिल किया है। अमृतपाल सिंह का नामांकन फॉर्म बुधवार को स्वीकार कर लिया गया है। वह फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं। पंजाब की सभी सीटों पर एक जून को मतदान होगा। वोटों की गिनती चार जून को होगी।
इस सीट पर है संगत का प्रभाव
वही खडूर साहिब सीट से अमृतपाल सिंह की उम्मीदवारी का शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने समर्थन किया है और उसने निर्वाचन क्षेत्र से अपना उम्मीदवार वापस ले लिया है। माना जाता है कि खडूर साहिब लोकसभा सीट पर पंथ का प्रभाव है। इसमें नौ विधानसभा क्षेत्र हैं – जंडियाला, तरनतारन, खेम करण, पट्टी, खडूर साहिब, बाबा बकाला, कपूरथला, सुल्तानपुर लोधी और जीरा।
इस सीट पर ये नेता लड़ रहे चुनाव
शिरोमणि अकाली दल ने पूर्व विधायक विरसा सिंह वल्टोहा को मैदान में उतारा है, जबकि आम आदमी पार्टी ने परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से मंजीत सिंह मन्ना मियांविंड को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व विधायक कुलबीर सिंह जीरा को मैदान में उतारा है।
संगत के कहने पर अमृतपाल सिंह दाखिल किया नामांकन
कट्टरपंथी सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह का कहना है कि अमृतपाल चुनाव लड़ने का इच्छुक नहीं था, लेकिन ‘संगत’ के कहने पर उसने अपना मन बदल लिया। अमृतपाल सिंह के अधिवक्ता ने पहले दावा किया था कि वह (सिंह) पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़ेगा। अमृतपाल सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से खडूर साहिब सीट फिर से सुर्खियों में है।
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