गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद से पार्टी में इस्तीफों की झड़ी लग गई है। गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस में बड़ी हलचल देखी जा रही है। प्रदेश कांग्रेस से अब तक छह बड़े नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री, 73 वर्षीय गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक लंबे जुड़ाव को समाप्त कर दिया था। ऐसे में गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे को कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमेटी से पूर्व विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री जीएम सरूरी, पूर्व विधायक हाजिद अब्दुल राशिद, पूर्व विधायक मोहम्मद अमीन भट, पूर्व विधायक गुलजार अहमद वानी, पूर्व विधायक चौधरी मोहम्मद अकरम और पूर्व कैबिनेट मंत्री आरएस चिब ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफे के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री आरएस चिब ने कहा, ‘हमें पता था कि वह (गुलाम नबी आजाद) इस्तीफा देंगे। पिछले दो महीनों से इसकी बातचीत चल रही थी। गुलाम नबी आजाद को पार्टी हाईकमान ने एक कठिन स्थिति में ला दिया, यहां उनके पास पार्टी छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। कांग्रेस ने केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर निर्णायक नेतृत्व खो दिया है। गुलाम नबी आजाद खुद नेता हैं, फैसला उनका अपना है, लेकिन वह जो भी फैसला करेंगे हम उनके साथ रहेंगे।’ पूर्व मंत्रियों और विधायकों सहित कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक प्रमुख नेता, सैकड़ों पंचायती राज संस्थान (पीआरआई) के सदस्यों के अलावा, नगर निगम और जिला और ब्लॉक स्तर के नेता आजाद के साथ शामिल होने के लिए पहले ही कांग्रेस छोड़ चुके हैं।
सोनिया गांधी पर बोला हमला
राहुल गांधी पर हमला बोल कर कांग्रेस छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर से तेवर दिखाए हैं। यही नहीं इस बार उन्होंने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी पर ही हमला बोल दिया है। गुलाम नबी आजाद कहा कि अब तो कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता ही विदेश से हो रही है। यदि ऐसा ही था तो फिर बैठक करके जा सकते थे। कांग्रेस कैसे खड़ी होगी, जब अध्यक्ष के पास ही टाइम नहीं है। जो मेरी टाइमिंग की बात करते हैं, उन लोगों के पास कांग्रेस के लिए टाइम ही कहां है। बता दें कि सोनिया गांधी इलाज के उद्देश्य से विदेश में हैं। उनके साथ ही राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी विदेश गए हैं।
कांग्रेस की हालत पर बोले- घर गिर रहा है
गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस को लेकर कहा कि घर गिर रहा है और अब खंभे भी गिर रहे हैं। उसमें दबकर मरने से अच्छा है कि बाहर निकल जाएं। जिन लोगों को सती होना है, वे वहां रहें। राज्यसभा सीटों को लेकर भी गुलाम नबी आजाद ने हमला बोला और कहा कि कुछ लोग एजेंडा सेट करने के लिए उच्च सदन गए हैं। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैंने जब सोनिया गांधी को पार्टी में सुधार के लिए चिट्ठी लिखी थी तो मैं 6 दिनों तक सो नहीं पाया था। मैंने जिस पार्टी को खून देकर खड़ा किया था, उसके लिए ऐसा करना चिंता की बात थी।
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