पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी अड्डों को मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई इस कार्रवाई में मोस्ट वॉन्टेड आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग भी मारे गए हैं। आतंकी मसूद अजहर ने चिट्ठी जारी करते हुए कहा कि दिल करता है कि काश मैं भी इस हमले में मर जाता।
पाकिस्तान के बहावलपुर में भारतीय हवाई हमलों में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर की बहन भी मारी गई है। घोषित आतंकवादी के रिश्तेदार भी हमलों में मारे गए। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पंजाब और पीओके में आतंकवादी शिविरों पर हमला किया। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब में 4 और पीओके में 5 ठिकानों पर हमला किया गया।
मसूद अजहर के परिवार को आज ही दफनाया जाएगा
जैश-ए-मोहम्मद ने बयान जारी करते हुए कहा कि मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन के साथ मौलाना कशफ का पूरा परिवार मारा गया है। मुफ्ती अब्दुल रऊफ के पोते पोतियां। बाजी सादिया के पति समेत सबसे बड़ी बेटी के 4 बच्चे घायल हुए हैं। ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं। आतंकी अजहर के परिवार के सदस्यों और करीबियों को दफनाया जाएगा। बीबीसी उर्दू ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख के बयान का हवाला देते हुए बताया कि अजहर का एक करीबी सहयोगी, उसकी मां और दो अन्य करीबी सहयोगी भी भारतीय हमलों में मारे गए। ऑपरेशन सिंदूर के तहत बहावलपुर में सुभान अल्लाह परिसर पर भी हमला किया गया था।
मसूद ने अपने बयान में क्या कहा ?
मसूद अजहर ने कहा, ‘अल्लाह ताला फरमाते हैं, शहीद जिंदा हैं। अल्लाह ताला उनका मेजबान है और वो अल्लाह ताला के प्यारे मेहमान हैं। मेरे परिवार के दस सदस्यों को आज रात एक साथ ये खुशी नसीब हुई। पांच मासूम बच्चे, मेरी बड़ी बहन और उनके पति, भांजा और उसकी पत्नी, भांजी और 4 करीबी साथी अल्लाह को प्यारे हो गए।
वही मसूद ने कहा कि पीएम मोदी ने मासूम बच्चों, पर्दानशीं महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया। सदमा इतना है कि बयान नहीं किया जा सकता लेकिन कोई अफसोस, निराशा, डर या खौफ नहीं है। बल्कि बार-बार दिल में आता है कि काश मैं भी चौदह सदस्यों के इस खुशकिस्मत कारवां में शामिल हो जाता।
लेकिन अल्लाह ताला से मिलने का वक्त बहुत पक्का है। वो आगे-पीछे नहीं हो सकता। हमारे एक घर में कुल चार बच्चे थे। सात से तीन साल की उम्र तक। चारों एक साथ स्वर्ग सिधार गए। उनके माता-पिता अकेले रह गए, लेकिन “पहली सदियों” जैसी यह खुशी सिर्फ़ उन्हीं को नसीब होती है। जिन्हें अल्लाह ताला प्यार करता है। मसूद ने कहा, ‘उनके जाने का यही तय समय था। लेकिन अल्लाह ताला ने उन्हें मौत नहीं, जिंदगी दी।
मसूद अजहर के परिवार और करीबियों में कौन-कौन मारा गया ?
>> 5 बच्चे
>> बड़ी बहन साहिबा और उसका पति
>> भांजा और उसकी पत्नी
>> भांजी
>> 4 करीबी साथी
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