एक हजार रुपये में बिक रहा योगी सरकार का स्मार्टफोन

स्मार्टफोन

टिपू सुल्तान : कुशीनगर : एक हजार रुपये में बिक रहा योगी सरकार का स्मार्टफोन।जी हाँ आपने सही सुना एक हजार रुपये लेकर दिया जा रहा है मुफ्त वाला योगी सरकार स्मार्टफोन । जनपद कुशीनगर ए पी महाविद्यालय लक्ष्मीपुर में छात्रों से एक हजार रुपये में स्मार्टफोन देने के नाम पर अवैध वसूली किया जा रहा है। देश के प्रधानमंत्री प्रदेश के मुख्यमंत्री कुशीनगर में आने से पहले कुशीनगर के लक्ष्मीपुर में स्मार्टफोन को लेकर सरकार बदनाम करने की कोशिश हो रही है। लगभग तीन लाख रुपये स्मार्टफोन देने के नाम पर 300 छात्रों से अवैध वसूली किया गया।

पूरा मामला जनपद कुशीनगर के लक्ष्मीपुर एपी महाविद्यालय का है जहां स्मार्टफोन देने के लिए एक हजार रुपये लिया जा रहा है। हंगामा उस वक्त खड़ा हुआ जब भाजपा विधायक स्मार्टफोन बाटने पहुंचे। जब यह बात विधायक को पता चली तो उन्होंने गुस्सा जाहिर करते हुए कार्यवाही की बात की वहीं विद्यालय के प्रशासन ने आनन-फानन में स्मार्टफोन के देने के लिए लिये गए रुपये को भी वापस करने में जुट गए ।

विद्यालय प्रबंधक ने कुछ स्टाफ द्वारा गलती से पैसा ले लिया|

छात्रों के द्वारा यह भी बताया गया कि कुछ मुस्लिम समुदाय के छात्रों से पैसा नहीं लिया गया है।  कुछ छात्रों ने ऑनलाइन पेमेंट भी किया है।  वहीं बातचीत के दौरान विद्यालय प्रबंधक ने बताया कि कुछ स्टाफ द्वारा गलती से पैसा ले लिया गया था। लेकिन बच्चों ने हंगामे के साथ उनकी बात को नकार दिया जब हमारे संवाददाता विद्यालय पहुंचे तो वही गेट पर अंदर से ताला लगा दिया गया। और विद्यालय की महिला कर्मचारियों को आगे कर डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद विद्यालय का गेट खुला तो देखा गया कि प्रधानाचार्य और अध्यापकों को द्वारा लिया गया रुपया छात्रों को वापस किया जा रहा है ।

सूत्रों के अनुसार छात्रों से स्मार्टफोन देने के नाम पर लगभग तीन लाख रुपये की वसूली की गई है । योगी सरकार एक तरफ उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने में लगी है तो वहीं कुछ शिक्षा माफिया द्वारा सरकार की छवि खराब करने में अहम भूमिका है वहीं विद्यालय के प्रबंधक अधिकारियों मैनेज में भी लगे हैं अब देखना यह है कि योगी के स्मार्टफोन का दाम 1000 होता है या कोई कार्यवाही भी होती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हंगामा करते हुए लिख पत्र देकर कार्यवाही की मांग किया है।

Read More : पुलिस ने किया पीड़ित का मानसिक उत्पीड़