एस्ट्रो डेस्क: महालक्ष्मी पूजा और दीपावली पर्व मनाया जाएगा। इस दिन कब पूजा करनी है, शुभ मुहूर्त क्या है और क्यों लक्ष्मी पूजन किया जाता है ये जानना जरूरी है। इस दिवाली पांच शुभ मुहूर्त हैं, जिसमें मां लक्ष्मी का पूजन किया जा सकता है। भागवत और विष्णुधर्मोत्तर पुराण के मुताबिक, समुद्र मंथन से कार्तिक महीने की अमावस्या पर लक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। रामायण के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु और लक्ष्मी जी का विवाह भी हुआ था। इसलिए कार्तिक मास की अमावस्या को लक्ष्मी पूजन किया जाता है। इस दिन दीप दान करने से पाप खत्म हो जाते हैं। दीपावली पर दीपक पूजन करने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
दिवाली के पूजन में क्या करें?
लक्ष्मी पूजा से पहले कलश, भगवान गणेश, विष्णु, इंद्र, कुबेर और देवी सरस्वती की पूजा करनी चाहिए। पं. हृदय रंजन शर्मा के मुताबिक, दिवाली पर तुला राशि में 4 ग्रहों के आने से चतुर्ग्रही योग बन रहा है। पूजा का शुभ फल जल्दी ही मिलेगा। ये सभी शुभ लग्न मुहूर्त हैं।
घर में पूजन का समय
दोपहर 2.50 बजे से शाम 4.20 बजे तक
शाम 5.34 बजे से रात 8.10 बजे तक
रात 11.40 बजे से 12.31 बजे तक
दफ्तर में पूजन का समय
सुबह 11.20 बजे से दोपहर 1.27 बजे तक
दोपहर 2.50 बजे से शाम 4.20 बजे तक
दुकान में पूजन का समय
दोपहर 2.50 बजे से शाम 4.20 बजे तक
शाम 5.34 बजे से रात 8.10 बजे तक
दीपावली की शाम इन जगहों पर दीपक जरूर जलाएं
पीपल के पेड़ के नीचे दीपावली की रात एक दीपक लगाकर घर लौट आएं। दीपक लगाने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। ऐसा करने पर आपकी धन से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। अगर संभव हो तो दिवाली की रात के समय किसी श्मशान में दीपक लगाएं। यह संभव न हो तो किसी सुनसान इलाके में स्थित मंदिर में दीपक लगा सकते हैं। धन प्राप्ति की कामना करने वाले व्यक्ति को दीपावली की रात मुख्य दरवाजे की चौखट के दोनों ओर दीपक अवश्य लगाना चाहिए। घर के आसपास वाले चौराहे पर रात के समय दीपक लगाना चाहिए। ऐसा करने पर पैसों से जुड़ी समस्याएं खत्म हो सकती हैं। घर के पूजन स्थल में दीपक लगाएं, जो पूरी रात बुझना नहीं चाहिए। ऐसा करने पर महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
भगवान महावीर के निर्वाण का यह दिन ‘दीपोत्सव’ के नाम से है प्रसिद्ध