डिजिटल डेस्क : समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव-2022 के लिए प्रचार शुरू कर दिया है और आज गाजियाबाद में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने संयुक्त प्रेस वार्ता की. दोनों दलों के नेताओं ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा। दोनों नेताओं ने कहा कि हम पढ़े-लिखे हैं और नौकरियों और नौकरियों की बात करते हैं।
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश की बीजेपी सरकार ने यूपी के विकास का रास्ता रोक दिया है और जनता बीजेपी का सफाया करने की ठान चुकी है. उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान जिस तरह से कार्यकर्ता प्रभावित हुए उसके लिए भाजपा जिम्मेदार है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि मोदी सरकार में अन्नदाता संकट में हैं और यह चुनाव किसानों और मजदूरों के लिए है. उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव के बाद गुजरात में विधानसभा चुनाव होंगे और बीजेपी को असली साइप्रस वहीं से मिलेगा, क्योंकि बीजेपी वहां हारने वाली है.
यूपी में शुरू होगी सोशलिस्ट कैंटीन
वहीं अखिलेश ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश की जनता से वादा किया कि राज्य में सपा सरकार आने के बाद 300 यूनिट मुफ्त बिजली, गन्ने का भुगतान समय पर किया जाएगा. साथ ही राज्य में गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए समाजवादी कैंटीन की स्थापना की जाएगी और इस कैंटीन में रुपये में भोजन उपलब्ध होगा. इसके साथ ही राज्य में समाजवादी किराना स्टोर स्थापित किए जाएंगे और गरीब, पैदल चलने वालों, बेघर लोगों को इन दुकानों के सामने किफायती दामों पर मिलेगा.
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जयंत बोले- यूपी के वोटरों के लिए जिन्ना मुद्दा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा कि जिन्ना यूपी के मतदाताओं के लिए कोई मुद्दा नहीं थे और हमें ऐसे मुद्दों से कोई लेना-देना नहीं है. क्योंकि हम शिक्षा और विकास की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास राज्य में एक झूठी मुक्त सरकार देने का होना चाहिए और मतदाता तय करेंगे कि उन्हें राज्य में किस तरह की सरकार चाहिए. गौरतलब है कि शुक्रवार को दोनों नेताओं ने मुजफ्फरनगर में संयुक्त प्रेस वार्ता कर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा था.