नई दिल्लीः सीडीएस बिपिन रावत की पार्थिव देह शुक्रवार को सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के दिल्ली स्थित उनके घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी। इसके बाद कामराज मार्ग से बरार चौराहे शवयात्रा निकाली जाएगी। दिल्ली कैन्टोन्मेंट में अंतिम संस्कार होगा। इससे पहले जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों के पार्थिव शरीर को सेना के वेलिंग्टन अस्पताल से मद्रास रेजिमेंटल सेंटर लाया गया। बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर की दोपहर हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था।
देशभर में श्रद्धांजलि दी जा रही हैं…
आज सदन में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा-CDS जनरल बिपिन रावत का पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और अन्य सभी सेना अधिकारियों का अंतिम संस्कार उचित सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने नीलगिरी जिले के मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में सीडीएस बिपिन रावत और अन्य को श्रद्धांजलि दी।(पहली तस्वीर)
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड विधानसभा में सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी।
तमिलनाडू: मद्रास रेजिमेंटल सेंटर में तमिलनाडु के मंत्री केएन नेहरू और अन्य मंत्रियों ने सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जम्मू-कश्मीर: जम्मू में एक स्कूल के छात्रों ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित 11 अन्य लोगों को दी श्रद्धांजलि दी। एक छात्र ने कहा,”भारत के लिए उन्होंने जो किया वो हम नहीं भूल सकते हैं। उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है। ये हमारे देश के लिए एक दर्दनाक हादसा है।”
बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य कर्मियों के निधन पर लोकसभा और राज्यसभा ने दो मिनट का मौन रखा।
आप नेता संजय सिंह ने कहा- सीडीएस बिपिन रावत जी, उनकी पत्नी और बाकी लोगों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ये एक चिंता का विषय है कि इतने सुरक्षित विमान में ऐसी घटना कैसे हो गई। इसके लिए प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ज़रूर कोई क़दम उठाएंगे, जिससे ये हादसा क्यों हुआ इसका पता चल पाए।
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