Thursday, November 21, 2024
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आस्था के गढ़ सम्मेदशिखरजी को दूसरा गिरनार नही बनने देंगे – गौरव जैन

गौरतलब है कि जैन धर्मावलंबियों के आस्था के गढ़ सम्मेदशिखरजी, गिरनार तीर्थ, पालीताना आदि तीर्थ क्षेत्रो पर लगातार संकट गहराया हुआ है। सम्मेदशिखरजी को जब से वन्य अभयारण क्षेत्र”पर्यटक क्षेत्र” केंद्र व झारखण्ड सरकार द्वारा घोषित किया गया है। तब से जैन समाज इस तानाशाही निर्णय के विरुद्ध लामबंद होकर आंदोलनरत है व लगातार प्रयास कर रहें है कि यह निर्णय वापस लिया जाए। ताकि जैन समाज का पवित्र आस्था केंद्र सम्मेदशिखरजी की पवित्रता यथावत बनी रहे व सकल जैन द्वारा पूरे देश में लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ लाखों जैन समाज के लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे थे।

केंद्र सरकार सम्मेदशिखरजी को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित – जैन समाज

जैन समाज कि यही मांग रही है कि सम्मेदशिखरजी के तीर्थ क्षेत्र को शुद्ध शाकाहारी यानी पवित्र तीर्थ स्थल घोषित किया जाए और केंद्र की सरकार द्वारा जो गजट सम्मेदशिखरजी के संबंध में जारी किया गया है ,वह निरस्त हो। इसी संबंध में कल शाम केंद्र सरकार के कार्यालय से ज्ञापन के द्वारा जानकारी हुई थी। सरकार ने सम्मेदशिखरजी पर्वतराज पर मांस मदिरा व अन्य सामान जो जैन मान्यताओं के विरुद्ध है। उसपे केंद्र सरकार ने नोटिफिकेशन पर भी रोक लगा दी है। जिस पर जैन समाज बहुत उत्साहित हुआ है। साथ ही चले आंदोलन को भी स्थगित करने का कार्य किया। परंतु जैन समाज के हाथ उस समय निराशा लगी जब यह जानकारी हुई कि उक्त कार्यलय ने ज्ञापन में तो सम्मेदशिखरजी को पवित्र तीर्थ स्थल घोषित नहीं किया गया है। विवादित नोटिफिकेशन पर भी सिर्फ रोक लगाई गई है नाकि उसे रद्द किया गया।

सम्मेदशिखरजी को लेकर जैन समाज ठगा हुआ कर रहे महसूस

जिससे जैन समाज आक्रोशित और ठगा हुआ महसूस कर रहे है। जैन समाज ने भी परिस्थितियों में अनुसार अपने आंदोलन को स्थगित किया है न कि समाप्त किया। समस्त समाज ने एकजुट आवाज में कहा कि अगर सरकार ने उनके साथ धोखा किया। तो भाजपा को पूरे देश जैन समाज के गुस्से व बहिष्कार का सामना करना पड़ेगा। सकल जैन समाज इससे भी बड़ा व उग्र आंदोलन कर सरकार को घेरने का काम करेगा।

पालीताना पर असामाजिक तत्व नजरे गड़ाए बैठे – गौरव जैन

जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने कहा कि आज जो सरकार केंद्र में बैठी है। उसी के कार्यकाल में संथारे पर कानून आया था। गिरनार पर आश्वास उसी दल की सरकार ने गुजरात में दिया था। जैन समाज के साथ धोखा करते हुए गुजरात के जूनागढ़ में आज गिरनार तीर्थ सत्ता संरक्षित लोगो द्वारा लगभग कब्जा कर लिया गया है। पालीताना पर भी असामाजिक तत्व नजरे गड़ाए बैठे हैं। अतः इस सरकार की मानसिकता जैन समाज के विरुद्ध प्रत्यक्ष होती रही है।

जैन धर्मावलंबी इन पर आंख बंद कर भरोसा नही करेंगे। सम्मेदशिखर जी को दूसरा गिरनार नही बनने देंगे। जब तक विवादित नोटिफिकेशन रद्द नही हो जाता तब तक सम्मेदशिखर जी प्रकरण पर हमारी नजर बनी रहेगी। अगर सरकार ने हमारे साथ किसी भी प्रकार का धोखा किया। तब यह आन्दोलन और विशाल स्वरूप में होगा।

अभी ये बधाई अधूरी – पंकज जैन

भारतीय सकल जैन समाज के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन ने कहा कि आज की यह आंशिक जीत जैन समाज की एकजुटता की जीत है। जैनो ने अपने अधिकार के लिये लड़ना सीख लिया है। आगे भी इसी प्रकार समाज अपनी आवाज को बुलन्द करता रहेगा। पंकज जैन ने जैन समाज को बधाई देते हुए कहा कि आज की यह बधाई अधूरी है। यह तभी सम्पूर्ण बधाई होगी। जब सरकार विवादित नोटिफिकेशन को पूर्ण रद्द कर जैन समाज की मांगों के अनुसार संशोधित नोटिफिकेशन जारी करेगी।

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