डिजिटल डेस्क : कोरोनावायरस महामारी ने अभी तक दुनिया का सफाया नहीं किया है। भारत में भी कोरोनावायरस की तीसरी लहर चल रही है और हर दिन लाखों मामले सामने आ रहे हैं। संयोग से इंसान जितना कोरोना से प्रभावित हुआ है, जानवर भी उतना ही प्रभावित हुआ है। इंसानों के घरों में कैद होकर कई जानवर भूखे-प्यासे हैं। लेकिन थाईलैंड के एक शहर में स्थिति कुछ और ही है। यहां महामारी के दौरान बंदरों की आबादी बढ़ी है और अब लोगों को इसका नुकसान (थाईलैंड में बंदरों का हमला) झेलना पड़ रहा है।
थाईलैंड में लोपबुरी (लोपबुरी, थाईलैंड) शहर मकाक प्रजातियों का गढ़ है। हालांकि कई बंदर यहां लंबे समय से रह रहे हैं, लेकिन अब महामारी के दौरान अचानक बंदरों की संख्या बढ़ गई है। डेली स्टार की रिपोर्ट है कि दुनिया भर से पर्यटक यहां बंदरों को खाना खिलाने आते थे, जिससे उनका पेट भर जाता था, लेकिन अब जब कोरोना महामारी ने लोगों का आना बंद कर दिया है। तब से बंदरों का आना बंद हो गया है और आम नागरिकों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
लोगों के घरों में घुस रहे हैं बंदर
हालांकि नवंबर से पर्यटक फिर आने लगे, लेकिन उन्होंने देखा कि बंदरों की संख्या बहुत बढ़ गई है। खबरों की मानें तो अब बंदर लोगों के घरों में छापेमारी कर खाने-पीने का सामान चुरा रहे हैं. इतना ही नहीं, सड़कों पर चलना भी मुश्किल हो गया है। बंदरों के डर से लोग अब अपने घरों से भागने को मजबूर हो रहे हैं।
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बंदरों को काबू करने की नाकाम कोशिश
बंदर अब लोगों की कारों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, दुकानों से सामान चुरा रहे हैं, भोजन और अपने क्षेत्र के लिए आपस में लड़ रहे हैं और अक्सर लोगों के घरों में घुस भी रहे हैं। बंदर यहां लंबे समय से इंसानों के साथ रहे हैं इसलिए अब उनसे इंसानों का डर दूर हो गया है। 2020 में आबादी को नियंत्रित करने के लिए कई बंदरों की नसबंदी की गई, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हम आपको बता दें कि 2020 और 2021 की शुरुआत में जब देश में लॉकडाउन था तो बंदरों का हुजूम उमड़ पड़ा था। वे खाने के लिए आपस में लड़ने लगे। फिर आम लोग उसे फास्ट फूड और खाना खिलाने लगते हैं। तब स्थिति और खराब हो जाती है।