Saturday, July 12, 2025
Homeधर्मसुबह हाथ की हथेली को देखना बदल सकता है आपका भाग्य, जानिए...

सुबह हाथ की हथेली को देखना बदल सकता है आपका भाग्य, जानिए इसका महत्व!

प्रातःकाल का समय बहुत ही प्रबल माना जाता है। इस समय हमेशा वही काम करें जिससे आपको सकारात्मक ऊर्जा मिल सके। ऐसा माना जाता है कि अगर आप सुबह की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा के साथ करते हैं तो आपका पूरा दिन सार्थक हो जाता है। उसके बाद आप दिन में जो भी करें, उसे पूरी ताकत से करें और आप सफल होंगे।

इस सकारात्मकता को बनाए रखने और मन में नई आशा और उत्साह जगाने के लिए, हमारे ऋषियों ने सुबह हमारे हाथ की हथेली पर जाने का सुझाव दिया है। ज्योतिष शास्त्र में हाथों की हथेलियों पर खींची गई रेखाओं को भाग्य से जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है कि अगर आपके हाथ की हथेली आंख खोलते ही पहली बार दिखे तो यह व्यक्ति के दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकती है। जानिए इस मान्यता के पीछे का महत्व।

यह एक धार्मिक मान्यता है
शास्त्र कहते हैं, ‘करागरे में लक्ष्मी, कर्मधे में सरस्वती, करमुले तू गोविंदा: सुबह में करदर्शनम’, यानी मेरे हाथ के सामने धन देवी, बीच में मां सरस्वती। और गोविन्द यानि भगवान विष्णु मूल स्थान पर निवास करते हैं और प्रातः काल दर्शन करना चाहिए। मां सरस्वती को ज्ञान की देवी माना जाता है और देवी लक्ष्मी धन की देवी हैं और भगवान विष्णु जगत के वाहक हैं, इसलिए जो व्यक्ति सुबह उनका ध्यान करता है, उसे इन तीनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसे व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, बुद्धि, कौशल, प्रसिद्धि आदि का अभाव नहीं होता है।

तालुओं में भी तीर्थ स्थान का माना जाता है
तीर्थयात्रा को दोनों हाथों की हथेलियों में भी माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि हमारे हाथ की चार अंगुलियों के अग्रभाग पर ‘देवतीर्थ’ होता है। तर्जनी के मुख्य भाग को ‘पितृथ’, छोटी उंगली के मुख्य भाग को ‘प्रजापतिर्थ’ और अंगूठे के मुख्य भाग को ‘ब्रह्मतीर्थ’ कहा जाता है। दाहिने हाथ के बीच में ‘अग्नितीर्थ’ और बाएं हाथ के बीच में ‘सोमतीर्थ’ और उंगलियों के सभी गांठों और जोड़ों में ‘ऋषितार्थ’ है। इस प्रकार जब हम सुबह उठते हैं और अपने हाथों की हथेलियों को देखते हैं, तो हम भगवान के साथ इन तीर्थों को देखते हैं। ऐसे में हमारे जीवन में सब कुछ अच्छा ही होता है।

हस्त दर्शन से प्राप्त कर्मों पर विश्वास करना सिखाना
वहीं अगर हम इसे व्यावहारिक दृष्टिकोण से देखें तो हम सब कुछ हाथ से ही करते हैं। सुबह हाथ की हथेली देखने का अर्थ है कर्म पर विश्वास करना। अपने कार्यों में सुधार करके वह अपना उज्ज्वल भविष्य बना सकता है। इसके अलावा तीर्थयात्रा और हाथ में भगवान का वास होने का मतलब है कि अपने जीवन में कभी भी कोई गलत काम नहीं करना चाहिए। हमेशा अपने हाथों से प्रभु को प्रणाम करें और उनका उपयोग अच्छे कार्यों के लिए करें। हमेशा दूसरों का भला करें, लेकिन कभी भी दूसरों पर निर्भर न रहें।

राशिफल: जानिए क्या कहती है आपकी राशि, कैसा रहेगा आपका दिन

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments