नई दिल्ली : भारतीय संगीतकार और संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा का मुंबई में कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। वह 84 वर्ष के थे। वह पिछले छह महीने से किडनी संबंधी समस्याओं से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे। पं. शिव कुमार शर्मा के सचिव दिनेश द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक पं. शिव कुमार शर्मा का निधन आज प्रातः 8 से 8.30 बजे के करीब हुआ था।
वहीं उनका अंतिम संस्कार उनके आवास राजीव आप्स, जिग जैग रोड, पाली हिल, बांद्रा पर होगा। हालांकि अभी तक अंतिम संस्कार के समय की घोषणा नहीं की गई है। बता दें कि पंडित शिव कुमार शर्मा का सिनेमा जगत में अहम योगदान रहा। बॉलीवुड में ‘शिव-हरी’ नाम से मशहूर शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने कई सुपरहिट गानों में संगीत दिया था। इसमें से सबसे प्रसिद्ध गाना फिल्म ‘चांदनी’ का ‘मेरे हाथों में नौ-नौ चूड़ियां’ रहा, जो दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी पर फिल्माया गया था।
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15 मई को होने वाला था कॉन्सर्ट
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पंडित शिव कुमार शर्मा का 15 मई को कॉन्सर्ट होने वाला था। सुरों के सरताज को सुनने के लिए कई लोग बेताब थे। शिव-हरि (शिव कुमार शर्मा और हरि प्रसाद चौरसिया) की जुगलबंदी से अपनी शाम रौनक करने के लिए लाखों लोग इंतजार कर रहे थे। लेकिन अफसोस इवेंट से कुछ दिन पहले ही शिव कुमार शर्मा ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
क्या है दिल का दौरा पड़ना
संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा जी का निधन दिल का दौरा पड़ने से हुआ है. मायोक्लिनिक में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल का दौरा या हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी है. दिल का दौरा आमतौर पर तब होता है, जब बल्ड क्लॉट के कारण हृदय में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है. ये रुकावट कई बार फैट, कोलेस्ट्रॉल या फिर अन्य पदार्थों के निर्माण से होता है, जो आर्टरीज में एक प्लाक बनाता है. बिना खून के टिशूज ऑक्सीजन खो देते हैं, जिससे वे क्षतिग्रस्त हो जाते हैं या मर जाते हैं.
कभी-कभी प्लाक फट जाती है, जिससे क्लॉट बनता है और रक्त प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है. बाधित रक्त प्रवाह हृदय की मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकता है. हार्ट अटैक आने पर तुरंत इलाज ना मिले, तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है.