डूंँगरपुर:सादिक़ अली : सागवाड़ा थाना सर्कल में लाठी-पत्थरों से पीट-पीटकर एक बुजुर्ग की हत्या मामले का हुआ पर्दाफाश। सागवाड़ा पुलिस को हत्याकांड के 7 आरोपियों को गिरफ्तार करने में मिली सफलता ।
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा थाना सर्कल के हड़मतिया गाँव के घोटाद फला में 21 अप्रैल को मोहन खांट की बेटी की शादी थी। बारात रवाना होने के बाद कई लोगों ने मिलकर एक साथ अचानक मोहन खांट के घर पर हमला बोल दिया था। हमलावरों ने रविया खांट से बुरी तरह से मारपीट कर अधमरा कर दिया था।गंभीर रूप से घायल रविया खांट की उदयपुर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दूसरे दिन मौत हो गई थी।
हमलवारो को इस बात को लेकर शक था कि उनके परिवार के शंकर पुत्र बदिया मुनिया के बेटे सुनील की डेढ़ साल पहले हत्या कर दी गई थी। उस समय पीड़ित रमिला खांट की रिपोर्ट और हालात को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने हत्या का केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी थी।उक्त मामले का पर्दाफाश करते हुए सोमवार को बुजुर्ग की हत्या के 7 आरोपियों को सागवाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ करी।मामले की तह तक जाने के लिए, गहनता से पूछताछ के लिए मंगलवार को पुलिस 7 आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस हिरासत की माँग कर सकती है !
यह था हत्या से जुड़ा मामला
एडिशनल डीसीपी सुमन चौधरी ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि इन आरोपियों का रामगढ़ रोड पर मानपुर सड़वा में रहने वाले मेहराज उर्फ बाबा खान से रंजिश चल रही थी। आरोपियों ने 29 सितंबर को मेहराज को फोन कर पुराने झगड़े में राजीनामा करने के के बहाने कर्बला के पास बुलाया। जहां चाकू, सरियों और डंडों से लैस बदमाशों ने मेहराज से पहले बातचीत की।
इस बीच उनमें झगड़ा होने पर बदमाशों ने मेहराज उर्फ बाबा खान पर चाकू, लाठी व डंडों से हमला कर बेरहमी से मार डाला। वारदात के बाद आरोपी वहां से भाग निकले। तब एसीपी सौरभ तिवाड़ी व एसीपी सुनील प्रसाद शर्मा के निर्देशन में गठित पुलिस टीम ने आरोपियों की तलाश शुरु की। तब सायबर सेल में तकनीकी प्रभारी कांस्टेबनल मनोज कुमार व वनराम से मिले इनपुट के आधार पर सबइंस्पेक्टर कमलेश शर्मा, कांस्टेबल अनिल शर्मा और अन्य की टीम ने मिलकर यह कार्रवाई की।
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