Friday, September 20, 2024
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रामपुरहाट हिंसाः 21 साल पुराने नानूर हत्याकांड का जिक्र… टीएमसी में ही…

कोलकाता: बीरभूम हिंसा पर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के अंदर भी घमासान मच गया है। टीएमसी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने अपनी पार्टी के नेता अनुब्रत मंडल पर निशाना साधा है। दरअसल बीरभूम हत्याकांड की जांच को लेकर अनुब्रत ने टिप्पणी की थी। इस पर तंज कसते हुए कहा कुणाल घोष ने कहा कि वह ‘बड़े नेता’ हैं, जिनकी राजनीतिक समझ अधिक है। बीरभूम जिले के टीएमसी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने कहा था कि इस मामले में भी पुलिस को 2001 के नानूर हत्याकांड की तर्ज पर कार्रवाई करनी चाहिए। मंडल ने कहा था कि दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए 21 साल पुराने हत्याकांड की तरह ऐक्शन की जरूरत है। विदित हो कि नानूर हत्याकांड में टीएमसी से जुड़े 11 भूमिहीन मजदूरों की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी।

कुणाल घोष का तंज- अनुब्रत बहुत बड़े नेता
कुणाल घोष ने कहा, ‘अनुब्रत मंडल बहुत बड़े नेता हैं। उनकी समझ (राजनीति को लेकर) अधिक है। मैं उनकी प्रतिक्रिया पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।’ मंडल ने हालांकि, घोष के बयान पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। मंडल के बीरभूम हत्या पर दिए गए बयान की बड़े पैमाने पर आलोचना हो रही है। विपक्षी पार्टियों ने आश्चर्य व्यक्त किया है कि कैसे पार्टी का नेता आपराधिक मामले में पुलिस जांच के बारे में बात कर सकता है। टीएमसी के सूत्रों ने बताया कि मंडल की टिप्पणी से पार्टी असहज स्थिति का सामना कर रही है।

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‘अनुब्रत की टिप्पणी से टीएमसी को नुकसान’
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा,‘मंडल शानदार आयोजक हैं लेकिन उनकी टिप्पणी से नुकसान ज्यादा हुआ है।’ वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने टीएमसी का मखौल उड़ाते हुए कहा, ‘तृणमूल नेतृत्व और राज्य प्रशासन के समर्थन की वजह से अनुब्रत मंडल की छवि गत सालों में बड़ी बनाई गई।’

 

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