कोलकाता : बोगतुई गांव के रहने वाले एस. लाल शेख ने विस्फोटक बयान दिया है। सोमवार को अपनी पत्नी नजमा बेगम के शव को लेने अस्पताल पहुंचे एस. लाल शेख ने कहा कि मैं अब चुप नहीं रहूंगा। मेरा पूरा परिवार खत्म कर दिया गया। उस दर्दनाक रात को याद कर उन्होंने कहा कि हमारे घरों पर बम बरसाये गये, आग लगायी गयी और पुलिस खामोश खड़ी रही। उन्होंने आरोप लगाया कि दमकल को भी आग बुझाने में बाधा दी गयी थी। अपनी पत्नी का शव देखकर फूट-फूट वे वहीं रोने लगे। अपने आप को संभालते हुए उन्होंने बताया कि उनके पास एक कॉल आया था कि अपनी जान बचाना चाहते हैं, तो घर से भागिये, क्योंकि अनारूल के साथ सैकड़ों की संख्या में उसके समर्थक हमला करने आ रहे हैं। उन्हें लगा कि सिर्फ उन लोगों को ही वे नुकसान पहुंचाएंगे। महिलाओं और बच्चों को वे हानि नहीं पहुंचाएंगे। अपनी पत्नी को उस वक्त वे आखिरी बार देख पाए, जब उन्होंने अपनी पत्नी को इस बारे में बताया था। उनकी पत्नी ने भी उनसे कहा था कि पीछे के रास्ते से वे चले जाएं।
पुलिस के खिलाफ दे सकता हूं सबूत
लाल शेख ने कहा है कि सीबीआई की टीम को वे इस बात का सबूत दे सकते हैं कि उस रात पुलिस भी वहां थी, जब आग लगाने की घटना घट रही थी। उन्होंने कहा कि मैं अब अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहता हूंं। उस रात मैं वहां से जान बचाने के लिए भाग गया था और मुर्शिदाबाद स्थित अपने रिश्तेदार के यहां छिप गया था। उस रात हिंसा की शुरुआत पौने 9 बजे के करीब शुरू हुई। उस वक्त एक के बाद एक बम के विस्फोट की आवाज सुनाई देने लगी। मेरे पास जब कॉल आया था तो पता चला कि मेरे छोटे भाई के घर पर बम फेंके जा रहे हैं। इससे भी जब इन हमलावरों का मन नहीं भरा तो इन लोगों ने हमारे लोगों को मारा और हमारे घरों में आग लगा दी। दमकल को भी स्थानीय लोगों ने सूचित किया लेकिन जब दमकल कर्मी आये तो उन्हें आग बुझाने से रोका गया था। मैं सब कुछ सीबीआई को बताऊंगा ताकि हमें इंसाफ मिल सके।
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