नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा 6 दिसंबर सोमवार से शुरू होने जा रहा है. राष्ट्रपति पुतिन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. इसका कारण यह है कि इस अहम बैठक में ही मिसाइल रक्षा प्रणाली एस-400 की खरीद की डील पर मुहर लग जाएगी। हालांकि इस रक्षा सौदे को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल भारत की सरकार पर हमले करते रहे हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा ऐसे समय में शुरू होने जा रहा है जब यहां संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और संसद के इस शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्षी दल महंगाई, एमएसपी और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार पर हमले कर रहे हैं. संसद में आए दिन हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही भी बाधित हो रही है.भारत की अपनी यात्रा शुरू करने से पहले, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत को बहुपक्षीय दुनिया के कई प्रामाणिक केंद्रों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि विदेश नीति को लेकर भारत की अपनी सोच और प्राथमिकताएं हैं, जो हमारी सोच से मेल खाती हैं. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान वह दोनों देशों के विशेषाधिकार प्राप्त संबंधों को और आगे ले जाने के लिए एक बड़े रास्ते की शुरुआत के बारे में बात करेंगे. यह साझेदारी दोनों देशों के लिए वास्तविक पारस्परिक लाभ के अवसर प्रदान करेगी।
हैदराबाद हाउस में होगी पीएम मोदी से मुलाकात
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 21वीं भारत-रूस वार्षिक बैठक में शामिल होने के लिए सोमवार को कुछ घंटों के लिए भारत के दौरे पर आएंगे। इस दौरान वह सोमवार शाम दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. इस बैठक में मिसाइल रक्षा प्रणाली एस-400 को अंतिम मुहर दी जाएगी।
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पीएम मोदी को गिफ्ट किया जाएगा S-400 मिसाइल का मॉडल
इसके साथ ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों एक हजार करोड़ से ज्यादा की AK-203 असॉल्ट राइफल डील पर भी मुहर लगाएंगे. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिसाइल रक्षा प्रणाली एस-400 का एक मॉडल उपहार के तौर पर भेंट करेंगे। यह मॉडल भारत को इस रक्षा प्रणाली की आपूर्ति के प्रतीक के रूप में रूस द्वारा सौंपा जाएगा।