Friday, October 18, 2024
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7 घंटे की छटपटाहट के बाद पिंजरे में कैद हुआ पैंथर

रावतभाटा/चित्तौड़गढ़ अहमद :  भैंस रोड गढ़ अभ्यारण क्षेत्र के चैनपुरा गांव में गुरुवार तड़के बंदर का शिकार करने निकला एक पैंथर शिकार के पीछे दौड़ता दौड़ता शिकार समेत कुएं में जा गिरा | 7 घंटे की छटपटाहट के बाद अपरान्ह 4:00 बजे वन विभाग के पिंजरे में कैद हुआ | तब जाकर वन्यजीव विभाग ने राहत की सांस ली , पैंथर को कुएं से बाहर निकालने के लिए उसे ट्रेंकुलाइज करना पड़ा | जानकारी के अनुसार भेरू लाल प्रजापत के खेत के कुएं में पैंथर और बंदर जा गिरे | भेरूलाल और उसकी पत्नी खेत पर गए तो कुएं में बंदर दिखा , इस पर उन्होंने उसे निकालने के लिए रस्सी लटकाते ही तभी पैंथर नजर आ गया |

घबराए पति पत्नी ने ग्रामीणों को सूचना दी ग्रामीणों ने वन्यजीव विभाग रेंजर दिनेश नाथ को सूचना दी | दिनेश नाथ वन कार्मिकों के साथ मौके पर पहुंचे और पैंथर और बंदर को निकालने छटपटाहट की मशक्कत शुरू की , लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी | दोपहर 12:00 बजे कुए में सीढ़ी डाली गई , लेकिन सहमा पैंथर सीढ़ीया नहीं चढ़ पाया | चालाक बंदर सीढ़ीया सरपट दौड़ गया , कुएं में पैंथर होने की पुष्टि होने के बाद कोटा वन्य जीव विभाग को सूचना दी गई |

वहां से पहुंची टीम ने 2 घंटे रेस्क्यू कर कुए के कोने में छिपे पैंथर को ट्रेंकुलाइजर कर जाल में समेटा और रस्सियों के सहारे बाहर निकाल कर पिंजरे में कैद कर लिया | ट्रेंकुलाइज करने से पहले पिंजरा भी कुएं में उतारा गया , लेकिन पैंथर टस से मस नहीं हुआ | ग्रामीणों का शोर और कुए का अंधेरे ने उसे भयभीत कर दिया था | ट्रेंकुलाइज के बाद उसके स्वास्थ्य की जांच की गई वह सुरक्षित पाया गया | उसे पिंजरे में कैद कर कोटा अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क ले जाया गया , जहां उसे वन्यजीव चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाएगा |

रेस्क्यू

कुएं में गिरे पैंथर को निकालने के लिए कोटा वन्यजीव विभाग के ट्रेंकुलाइज स्पेशलिस्ट डॉ विलासराव वशिष्ठ चिकित्सा अधिकारी , भैंस रोड गढ़ अभ्यारण के रेंजर दिनेश नाथ , मनोज शर्मा , राजेंद्र चौधरी , रवि लोट , रजत खटीक , महावीर मीणा , नवाब सिंह , कमल प्रजापत शामिल रहे |

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भैंसरोडगढ़ वन्य जीव अभ्यारण में 11 पैंथरो की उपस्थिति दर्ज है | रेंजर दिनेश नाथ ने बताया कि अभ्यारण में वन्यजीव गर्मी में प्यास बुझाने और खाने की तलाश में बस्तियों के आस पास छटपटाहट आ जाते हैं | बंदर का शिकार करने के चक्कर में पैंथर कुएं में जा गिरा | हाल ही में पैंथरो की निगरानी के लिए और उनकी आबोहवा माकूल बनाने के लिए अभ्यारण में सर्वे शुरू हुआ है | जिसमें कैट्स प्रजाति में बाघ , पैंथर शामिल किए जाते हैं | अभ्यारण में पैंथर भालू हिरण एवं अन्य वन्यजीवों को शामिल किया गया है | यह सर्वे ऑल इंडिया टाइगर कंजर्वेशन और डब्लू आई ई के संयुक्त तत्वाधान में किया जाएगा | वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून से रिसर्चर रोहन देसाई , कौशिक कोहली और मोहित पात्रा वन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दे रहे हैं |

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