एस्ट्रो डेस्क : 4 नवंबर को दिवाली का त्योहार मनाया गया है. वहीं इस साल की एक और अहम तारीख नजदीक आ रही है। दरअसल, दिवाली के बाद साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह ग्रहण अशुभ नहीं है। हालांकि ग्रहण का असर सभी पर पड़ता है। मान्यता के अनुसार चंद्र ग्रहण के दिन कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। हम आपको बता दें कि पहला चंद्र ग्रहण 26 मई 2021 को लगा था।
क्या यह राशि प्रभावित होगी?
साल 2021 का आखिरी चंद्र ग्रहण वृष और कृतिका नक्षत्रों में लगने वाला है। हालांकि आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। इसके लिए सूतक काल नहीं माना जाएगा। चंद्र ग्रहण भारत में असम और अरुणाचल प्रदेश में देखा जा सकता है। 19 नवंबर को छाया चंद्र ग्रहण लगेगा। पेनुमब्रल भी कहा जाता है।
चंद्र ग्रहण कब है?
ज्योतिषीय गणना के अनुसार 19 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगेगा। पंचांग के अनुसार विक्रम संवत 2078 में कार्तिक मास की पूर्णिमा को कृतिका नक्षत्र और वृष राशि का ग्रहण लगने वाला है. चंद्र ग्रहण सुबह 11.34 बजे शुरू होगा और शाम 5.33 बजे खत्म होगा।
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छायांकन क्या है?
चंद्र ग्रहण शुरू होने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की छाया में प्रवेश करता है। जब चंद्रमा पृथ्वी की छाया में आता है। तब इसे पूर्ण ग्रहण माना जाता है। छायांकन को सच्चा चंद्र ग्रहण नहीं कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में छाया को ग्रहण नहीं माना गया है।