डिजिटल डेस्क : नंदी की मूर्ति का पानी और दूध पीने का वीडियो कल कई जगह से वायरल हुआ था. इसको लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे आस्था का नाम दिया तो किसी ने अंधविश्वास। हालांकि विशेषज्ञ इसके पीछे वैज्ञानिक क्षेत्र का हवाला देते हैं। आइए जानते हैं, जानकारों के मुताबिक मूर्तियों का पानी या दूध पीने के पीछे क्या कारण है…
इस शख्स ने दिया खंभे को पानी
मूर्तियों को पानी पिलाने का वीडियो वायरल होने के बाद एक और वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक शख्स एक खंभे को पानी दे रहा है. वह चम्मच में पानी भरकर डंडे के पास रख देता है और चम्मच का सारा पानी खत्म हो जाता है। वीडियो बनाते वक्त युवक कह रहा है कि हमें अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए। उनका दावा है कि यह एक वैज्ञानिक घटना है और पत्थर और मिट्टी में निर्वात पोर्च बनने के कारण उसमें पानी समा जाता है।
मूर्तियों के पानी पिलाने का वीडियो वायरल होने के बाद एक अन्य वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक शख्स खंबे को पानी पिला रहा है। वीडियो बनाते हुए युवक कह रहा है कि हमें अंधविश्वास में नहीं पड़ना चाहिए। pic.twitter.com/SK0Uro2Fa0
— Hindustan (@Live_Hindustan) March 6, 2022
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गर्मियों में ये आम है
विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के दिनों में मूर्तियों का पानी या दूध पीने के पीछे कोई चमत्कार नहीं है। इसके पीछे वैज्ञानिक कारण है। विशेषज्ञों का कहना है कि गर्मी के दिनों में पत्थरों में एक वैक्यूम पोर्च बन जाता है। इस वजह से मूर्तियां पानी पी रही हैं। कहा जाता है कि गर्मियों में ऐसा होना आम बात है।