डिजिटल डेस्क : जम्मू-कश्मीर सरकार ने उग्रवाद और उग्रवाद से संबंधित मामलों की त्वरित और प्रभावी जांच के लिए एक नए जांच निकाय, राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) का गठन किया है। इस जांच एजेंसी को लेकर सरकार ने कहा है कि एसआईए नोडल एजेंसी होगी जो राष्ट्र जांच एजेंसी समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय करेगी. SIA के निदेशक जम्मू-कश्मीर पुलिस की CID शाखा के प्रमुख होंगे।
एसआईए का गठन विशेष जांच के लिए किया गया है जिसे एनआईए को नहीं भेजा गया है। पुलिस महानिदेशक के पास जांच के दौरान किसी भी समय मामले को एसआईए को भेजने का अधिकार होगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे के करीब 10 दिन बाद यह घोषणा की गई है।
आतंकवाद से संबंधित मामला दर्ज होने और जांच के दौरान आतंकवाद का कोई कोना मिलने पर सभी पुलिस थानों को तुरंत एसआईए को रिपोर्ट करना चाहिए। SIA सभी प्रकार की आतंकवादी गतिविधियों, आतंकवादी वित्तपोषण, जाली मुद्रा, आतंकवाद से संबंधित NDPS मामलों, अपहरण और हत्या और भारत सरकार के खिलाफ झूठे प्रचार की जाँच करेगी। एसआईए में कार्यरत प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी को मूल वेतन पर 25 प्रतिशत विशेष प्रोत्साहन दिया जायेगा।
क्या इस बार भारत आ रहा है रूस का S-500 मिसाइल डिफेंस सिस्टम?
जम्मू-कश्मीर सरकार ने ऐसे समय में एसआईए के गठन के लिए यह कदम उठाया है, जब राज्य में आतंकवाद फिर से बढ़ रहा है। अकेले अक्टूबर में ही आतंकी हमलों में 41 लोग मारे गए थे। इनमें 12 नागरिक, 9 सैनिक और 20 आतंकवादी शामिल हैं।