कोर्ट में पेश हुए मिस्टर नटवरलाल

नटवरलाल

बहराइच  : मॉर्डन युग के मिस्टर नटवरलाल डॉक्टर मोहम्मद अल्तमश हुसैन कोरोना काल में रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने और बेचने के आरोप में कुख्यात हुए लेकिन दवा की काला बाज़ारी के अतिरिक्त लोंगों को नौकरी दिलाने के बहाने ठगी के इनके व इनके परिवार पर दर्जनों केस दर्ज हैं। इन्ही में से एक मामले में वह आज बहराइच कोर्ट में पेश हुआ।

बहराइच में डॉ  मिस्टर अल्तमश ने सत्तर लोंगों को नौकरी दिलाने के बहाने पैसे ठगे थे ऐसे ही एक मामले में सुप्रीम कोर्ट छ: माह के अन्दर मुकदमे को खत्म करने के निर्देश बहराइच कोर्ट दिए थे उसी में वह आज बहराइच में पेश हुआ था।STF ने एक मामले में डॉ को गिरफ्तार किया था उस मामले में वह सीतापुर में बन्द था वहीं से उसे आज बहराइच लाया गया।आपको बताते चले कि यह अपराधी इतना शातिर है कि अपने शिकार को फंसाने के लिए बाकायदा सरकारी मोहर लगाकर अपॉइंटमेंट लेटर भी भेज देता था।

लोहिया और केजीएमयू से इंजेक्शन निकालकर करते थे कालाबाजारी

एडीसीपी पश्चिम राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह लोग केजीएमयू, लोहिया अस्पताल से ब्लैंक फंगस और रेमडेसिविर इंजेक्शन निकालते थे। इसके बाद निजी अस्पताल के कर्मियों की मदद से उनकी कालाबाजारी करते थें। ब्लैंक फंगस और रेमडेसिविर इंजेक्शन 20-25 हजार रुपये के दाम में बेचते थे। यहां का स्टाक मरीजों को

इंस्पेक्टर वजीरगंज धनंजय पांडेय ने बताया कि गिरोह के लोग वाट्सएप काल पर एक दूसरे से और ग्राहकों से बात करतेत थे। मुखबिर की सूचना पर गिरोह के सरगना आरिफ का नंबर मिला। उससे पुलिस कर्मियों ने ग्राहक बनकर बात की। जिसके बाद यह लोग फंसते चले गए। सर्विलांस की मदद से इनकी काल डिटेल्स खंगाली गई। इसके बाद कालाबाजारी करने वालों की कड़ी से कड़ी जुड़ती गई। फिर कई पुलिस कर्मियों को इसमें लगाया गया। उन्हें इंजेक्शन की खरीदारी का झांसा देकर बुलाया गया।

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