दुनिया के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस के फैलने के मामले सामने आ चुके हैं। अब इजराइल में भी मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वायरस को लेकर चेतावनी जारी कर दी है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि दुनिया अब तक लगभग 15 देशों में 100 से अधिक लोगों को संक्रमित करने वाले मंकीपॉक्स के प्रकोप की एक महत्वपूर्ण और विकट चुनौती का सामना कर रही है। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की विश्व स्वास्थ्य सभा को संबोधित करते हुए, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस एडनॉम गेब्रेयिसस ने कहा कि दुनिया में महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। इसने लगभग 15 मिलियन अतिरिक्त लोगों की जान ली है।
गेब्रेयसस ने कहा, “कोविड महामारी निश्चित रूप से खत्म नहीं हुई है। हम जलवायु परिवर्तन, असमानता और भू-राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से प्रेरित बीमारी, सूखा, अकाल और युद्ध का सामना कर रहे हैं।”
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वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी ने पुष्टि की है कि दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 92 पुष्ट मामले हैं और 12 देशों में 28 अन्य संदिग्ध संक्रमण मिले है । इजराइल, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम इस सूची में नए जुड़े हैं।
वही दूसरी तरफ लगभग 21 देशों ने बच्चों में रहस्यमय तीव्र हेपेटाइटिस की स्थिति के कम से कम 450 मामलों की सूचना दी है। जिसमे लगभग 12 बच्चों की जान चली गई है और कई को लीवर प्रतिरोपण की आवश्यकता पड़ी है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, “सभी क्षेत्रों में लगभग 70 देशों में रिपोर्ट किए गए मामले बढ़ रहे हैं और यह एक ऐसी दुनिया में है जिसमें परीक्षण दरों में गिरावट आई है। परीक्षण और अनुक्रमण में गिरावट का मतलब है कि हम वायरस के विकास के लिए खुद को अंधा कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि केवल 57 देशों ने अपनी 70 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण किया है, जिनमें से लगभग सभी उच्च आय वाले देश हैं। उन्होंने महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण बढ़ाने, वायरस की जीनोमिक निगरानी करने का आह्वान किया।
उन्होंने ‘शांति’ का आह्वान करते हुए कहा कि यह ‘स्वास्थ्य के लिए एक शर्त’ है।