Wednesday, November 13, 2024
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उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे गुटों में दशहरा रैली लेकर होगी महाभारत

दशहरा रैली के लिए उद्धव ठाकरे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दोनों गुटों की तरफ से शिवाजी पार्क के लिए आवेदन आ चुके हैं। ऐसे में दोनों पक्षों के बीच महाभारत होने के आसार हैं। शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली शिवाजी पार्क में होगी। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने इसका एलान किया। यह बयान ऐसे वक्त आया, जब उनकी अगुवाई वाले गुट को बृहन्मुंबई महानगरपालिका से रैली के लिए अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। शिवसेना पिछले कई वर्षों से विशाल शिवाजी पार्क में इस रैली का आयोजन करती रही है।

इस दौरान पार्टी संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे का भाषण भी होता था। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने उद्धव ठाकरे गुट की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ठाकरे गुट संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के सिद्धांतों और विचारधारा को भूल गया है। उसे यह रैली करने का कोई अधिकार नहीं है। इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सलाह दी है। शरद पवार ने शिंदे को मैसेज दिया- टकराव से बचने का प्रयास करें और मिलनसार बनें। माना जा रहा है कि शरद पवार की यह सलाह दशहरा रैली को लेकर उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच टकराव के संदर्भ में आई है।

चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके शरद पवार ने हमेशा न केवल अपनी पार्टी के भीतर बल्कि विपक्ष के साथ भी सौहार्दपूर्ण समीकरण सुनिश्चित किए हैं। उन्हें देश की राजनीति में बैलेंसिंग बनाने वाले नेता के तौर पर जाना जाता है। यही कारण है कि विपक्षी दलों में शरद पवार की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार शरद पवार के लिए सम्मान प्रकट कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने तो यह भी कहा है कि वह राजनीति में शरद पवार की उंगली पकड़कर पहुंचे हैं।

शरद पवार ने प्रधानमंत्री मोदी को घेरा

शरद पवार ने कहा है, “एक व्यक्ति जो मुख्यमंत्री पद पर काबिज है, उन्हें यह सुनिश्चित करने का काम करना चाहिए कि कोई टकराव न हो। उनका दृष्टिकोण समावेशी होना चाहिए। उस स्थिति में सभी को एक साथ ले जाना अच्छा काम करता है। कोई भी कहीं भी रैली कर सकता है, यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए कि कोई समस्या या टकराव न हो। उन्होंने आगे कहा,जब कोई व्यक्ति मुख्यमंत्री के जैसे उच्च संवैधानिक पद पर होता है, तो वह महाराष्ट्र के सभी लोगों का प्रतिनिधित्व करता है।

उन्हें ऐसा कोई निर्णय लेते या कार्य करते हुए नहीं देखा जा सकता है जिससे दूसरों का विरोध हो। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया। भाजपा का मकसद केवल छोटे दलों को सत्ता से बाहर करना है। केंद्र सरकार ने 2014 के आम चुनाव के समय से कई वादे किए,लेकिन पूरा एक भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि आम गैर-भाजपा दलों को एक साथ लाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।

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