सम्भल : सरफराज़ अंसारी : उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर अब तक धार्मिक स्थलों से अवैध रूप से लगाए गए 11,000 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है और 35 हजार लाउडस्पीकरों की आवाज कम कर दी गई है।संभल में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने तथा तेज आवाज़ बजने वाले लाउडस्पीकर की आवाज कम कराने का सिलसिला शुरु हुआ है.
राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा, ”धार्मिक स्थलों पर अवैध रूप से लगे लाउडस्पीकरों को हटाने और वैध लाउडस्पीकरों की आवाज कम करने के संबंध में राज्य भर में अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत बुधवार दोपहर तक 10923 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है और 35221 लाउडस्पीकरों की आवाज को अनुमेय सीमा तक कम कर दिया गया है।
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इस अभियान के तहत प्रशासनिक टीम ने जिले के 100 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटवाए वहीं करीब 1550 लाउडस्पीकर के वाल्यूम को कम कराया.sp चक्रेश मिश्रा ने बताया कि धर्मगुरुओं से संवाद के बाद लाउडस्पीकर हटाए जा रहे उन्होंने कहा कि ये अभियान जारी रहेगा.
यूपी में अब तक हटाए गए इतने लाउडस्पीकर
प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को बताया कि राज्य में अभी तक अवैध रूप से लगाए गए कुल 53,942 लाउडस्पीकर हटाए गए हैं. इसके साथ ही 60,295 लाउडस्पीकर की आवाज तय सीमा के तहत कम कर दी गई है. उन्होंने बताया कि प्रशासन की अनुमति के बिना अवैध रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर सभी धार्मिक स्थलों से बिना किसी भेदभाव के हटाये जा रहे हैं. लाउडस्पीकर के सिलसिले में हो रही कार्रवाई के दौरान उच्च न्यायालय के आदेशों को भी ध्यान में रखा जा रहा है.
सीएम योगी के निर्देश के बाद की गई कार्रवाई
इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा 2017 में दिए गए आदेश में सरकार से पूछा गया था कि प्रदेश में जगह-जगह धार्मिक स्थलों तथा सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए लाउडस्पीकर क्या जिला प्रशासन से लिखित अनुमति लेकर लगाए गए हैं और क्या ध्वनि प्रदूषण अधिनियम का पालन कराया जा रहा है. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक में कहा था कि हर किसी को अपना धार्मिक रीति-रिवाज मानने की अनुमति है. लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन उसकी आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए, ताकि किसी को भी कोई परेशानी ना हो.