ईरान के फोर्डो स्थित भूमिगत परमाणु केंद्र पर फिर हमला हुआ है। एपी ने ईरान के सरकारी टेलीविजन के हवाले से यह खबर दी है। यह खबर ऐसे समय पर आई है जब संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी संस्था के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि इस सप्ताहांत में अमेरिका की ओर से अत्याधुनिक बंकर-बस्टर बमों से किए गए हवाई हमले के बाद फोर्डो में ईरान के भूमिगत प्रतिष्ठान को “बहुत भारी क्षति” होने की आशंका है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने वियना में यह बयान दिया है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा………
गौरतलब है कि, अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर बमबारी की है। अमेरिका की ओर से किए गए हमलों के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि हमलों ने ईरान के तीन परमाणु संवर्धन संयंत्रों को “पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। हालांकि सैटेलाइट तस्वीरों से अभी तक इस दावे की पुष्टि नहीं हुई है। परमाणु स्थलों को काफी नुकसान जरूर दिखाई दे रहा है, फिर भी कुछ हिस्से ऐसे हैं जो सुरक्षित हैं। अमेरिकी हमलों का ईरान भूमिगत परमाणु प्रतिष्ठानों पर कितना प्रभाव पड़ा है, इस बारे में अनिश्चितता बनी हुई है।
ईरान ने मार गिराया इजरायली ड्रोन
इस बीच इजरायल की सेना ने कहा है कि ईरान में सोमवार सुबह उसके एक ड्रोन को मार गिराया है। सेना ने यह भी कहा कि 15 लड़ाकू विमानों ने इराक की सीमा से सटे पश्चिमी ईरान में मिसाइल लांचर और भंडारण स्थलों पर हमला किया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार देर रात कहा कि इजरायल, ईरान के परमाणु और मिसाइल खतरों को दूर करने के अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के बेहद करीब है।
क्या बोले IAEA के प्रमुख ?
राफेल मारियानो ग्रॉसी ने कहा कि उपयोग किए गए विस्फोटक आयुध और सेंट्रीफ्यूज की अत्यधिक कंपन संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए, भारी क्षति होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि इस समय IAEA सहित कोई भी फोर्डो में भूमिगत क्षति का पूर्ण आकलन करने की स्थिति में नहीं है।
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