नई दिल्ली: भारत ने शनिवार को ब्रह्मोस के उन्नत संस्करण का सफल परीक्षण किया। नौसेना का कहना है कि उसने आईएएस चेन्नई से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की सटीकता का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। अधिकारियों ने कहा कि मिसाइल परीक्षण के दौरान अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाने में सफल रही। ब्रह्मोस के इस उन्नत संस्करण में पहले की तुलना में बहुत बड़ा अपडेट आया है, जिसके बाद इसकी मारक क्षमता कई गुना बढ़ गई है।
भारत ने सुपरसोनिक मिसाइलों का परीक्षण कर लिया है जबकि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। ब्रह्मोस के सफल परीक्षण को आत्मनिर्भर भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया जा रहा है।
Long range precision strike capability of Adv version of #BrahMos missile successfully validated.
Pin point destruction of tgt demonstrated combat & mission readiness of frontline platforms.
Yet another shot in the arm for #AatmaNirbharBharat#IndianNavy #CombatReady & #Credible pic.twitter.com/NKl3GoHwbB— SpokespersonNavy (@indiannavy) March 5, 2022
आपको बता दें कि ब्रह्मोस और आईएएस चेन्नई का यह उन्नत संस्करण दोनों स्वदेशी हैं। अब जबकि मिसाइल ने अपने लक्ष्य को पूरी तरह से मार दिया है, यह मिसाइल और जहाज निर्माण में भारत की बढ़ती ताकत को दर्शाता है।इससे पहले भारत ने फरवरी के पहले सप्ताह में ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण किया था। फिलहाल ब्रह्मोस और टैंक रोधी उरण मिसाइलें सैन्य इस्तेमाल के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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हम आपको बता दें कि भारत भी अब ब्रह्मोस का खरीदार हो गया है। फिलीपींस ने जनवरी में भारत के साथ 374 मिलियन समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते में यह निर्दिष्ट नहीं किया गया है कि भारत फिलीपींस को कितनी ब्रह्मोस मिसाइलों की आपूर्ति करेगा। भारत-रूस संयुक्त उद्यम ‘बीएपीएल’ सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस का निर्माण करता है जिसे पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या जमीनी प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है।