अयोध्या : मोहम्मद वकास : देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर जल समाधि की घोषणा करने वाले तपस्वी छावनी के महंत स्वामी परमहंस आचार्य के बाद अब औक एक संत मैदान में उतरते हूए उन्होंने अपने शरीर त्याग करने की बात कही।अयोध्या को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर एक और संत उतरे मैदान में।संत परमहंस आचार्य के बाद एक और संत ने अपने शरीर त्याग करेंगे ।
हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर धार्मिक स्थलों पर अनुष्ठान किया हैं।संत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ज्ञापन देते हुए अपनी मांगों को रखा।अपनी मांगो में कहा कि हिंदू राष्ट्र घोषित हो और मादक पदार्थों,मांस मछली व अंडा की बिक्री बन्द हो ।अगर मांग नहीं हुए पूरी तो 15 मई को अपने शरीर का त्याग करूँगा ।अखिल भारतीय तेराभाई त्यागी के संत विष्णु दास महाराज ने घोषणा की।
अयोध्या में 2 अक्टूबर के दिन सुबह से लेकर शाम 6 बजे तक जबरदस्त सरगर्मी रही. पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही मीडियाकर्मियों का भी तपस्वी छावनी के संत परमहंस की ओर से किए गए उस ऐलान को लेकर, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2 अक्टूबर 2021 तक यदि भारत हिंदू राष्ट्र घोषित ना हुआ तो सरयू नदी में जलसमाधि ले लेंगे.
संत परमहंस ने दी एक और तारीख
ज्ञापन सौंपने के साथ ही संत परमहंस में अब भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए एक और तारीख दे दी है. ये तारीख है 7 नवंबर 2023. संत परमहंस ने कहा है कि दिल्ली के रामलीला मैदान में करोड़ों लोगों की मौजूदगी में वे हिंदू राष्ट्र के लिए आमरण अनशन शुरू करेंगे और 2024 मे भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो जाएगा. उन्होंने कहा कि हिंदूवादी संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सौ करोड़ हिंदू भाई-बहनों के निवेदन पर हमने जल समाधि लेने के निर्णय का त्याग किया है. हम सभी मिलकर प्रयास करेंगे और पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करेंगे.
Read More : वक्फ बोर्ड घोटाले के मामले में अशोक पाठक को CBI ने किया गिरफ्तार