Saturday, July 27, 2024
Homeउत्तर प्रदेशसुब्रत राय कैसे बने सहाराश्री ? कैसा रहा लैंब्रेटा स्कूटर से प्लेन...

सुब्रत राय कैसे बने सहाराश्री ? कैसा रहा लैंब्रेटा स्कूटर से प्लेन तक सफर आइये जाने …

स्पेशल रिपोर्ट प्राची श्रीवास्तव : गोरखपुर की गलियों में लैंब्रेटा स्कूटर पर नमकीन स्नैक्स बेचने से लेकर सहारा एयर लाइन्स तक उनका सफर न केवल रोमांचक है बल्कि प्रेरक भी है। आइए जानें सुब्रत राय कैसे बने सहाराश्री ? सुब्रत राय का जन्म 10 जून, 1948 को अररिया, बिहार में हुआ था। पिता का नाम सुधीर चंद्र रॉय और माता का नाम छवि है। रोजगार की तलाश में राय परिवार बिहार से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में शिफ्ट हो गया। माता-पिता और भाई-बहनों के साथ सुब्रत राय गोरखपुर के तुर्कमानपुर मोहल्ले में रहने लगे। उनकी स्कूली शिक्षा होली चाइल्ड स्कूल से हुई थी। बाद में उन्होंने गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा हासिल किया था। उन्होंने स्वपना राय से लव मैरिज की थी। उनके दो बेटे हैं, शुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय।

सुब्रत ने करियर की शुरुआत जया प्रोडक्ट की नमकीन बेचने से की

सहाराश्री सुब्रत राय ने करियर की शुरुआत में गोरखपुर में जया प्रोडक्ट की नमकीन बेचने से की थी। वह अपनी लैंब्रेटा स्कूटर नमकीन के पैकेट गोरखपुर की गलियों में बेचते थे। उन्होंने 1978 में गोरखपुर में सहारा की नींव रखी। मुश्किल से पांच-छह लोगों से शुरू हुए सहारा सेलोग जुड़े गए और देखते ही देखते सुब्रत रॉय सहारा सहाराश्री बन गए। सहारा कई डेली, मंथली, क्वार्टरली, एनुअल डिपॉजिट इन्वेस्टमेंट प्लान चलाता था। दूसरी कंपनियों और बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट और रेकरिंग डिपॉजिट की तुलना में सहारा में 3-4% ज्यादा ब्याज मिलता था। लोगों के पास एजेंट आते और पैसे जमा करते और उनकी पासबुक पर चढ़ा जाते। अधिक ब्याज और जमा करने में आसानी से लोग सहारा को हाथोंहाथ लिया।

सुब्रत रॉय ने खड़ा किया अपना साम्राज्य

सहाराश्री सुब्रत रॉय सहारा का साम्राज्य, सहारा इंडिया से लेकर फाइनेंस, रियल एस्टेट, मीडिया और हॉस्पिटैलिटी समेत कई अन्य सेक्टर्स में फैला हुआ था। 1991 में एयर सहारा एयरलाइन की स्थापना की थी। एंबी वैली प्रोजेक्ट उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था। वहीं, सहारा ग्रुप टीम इंडिया का स्पॉन्सर भी रहा। एक ऐसे बिजनेसमैन जिनका नाम एक समय में टाइम्स ऑफ इंडिया मैग्जीन ने दूसरे सबसे बड़े नौकरी देने वाले के रूप में छापा था। वो नाम है सहारा ग्रुप के संस्थापक सुब्रत रॉय का जिनकी मंगलवार (14 नवंबर 2023) को मुंबई के कोकिला बेन हॉस्पिटल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया ये देश के हर एक व्यक्ति के लिए काफी दुख की घड़ी है।

सुब्रत राय अपने पीछे पत्नी और बच्चों को छोड़ कर चले गए ऐसे में ये संभावना जताई जा रही है कि सहारा ग्रुप का कारोबार उनके परिवार वालो के हाथ में आएगा। हालाकि सुब्रत ने अपना कोई उत्तराधिकारी नही घोषित किया था। सुब्रत राय की उम्र 75 साल थी, सुब्रत रॉय काफी दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे और उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। सुब्रत रॉय का पार्थिव शरीर आज (बुधवार) लखनऊ के सहारा शहर लाया जाएगा। यहां उन्हें आखिरी विदाई दी जाएगी, सुब्रत के परिवार में पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय हैं। कंपनी के एक बयान के अनुसार, रॉय का कार्डियोरेस्पिरेटरी अरेस्ट के कारण निधन हुआ है।

सीएम योगी ने सहाराश्री सुब्रत रॉय के निधन पर जताया दुःख

कंपनी ने कहा कि उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद रविवार को उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बयान के अनुसार, उच्च रक्तचाप, मधुमेह सहित विभिन्न बीमारियों से लंबे समय से जूझ रहे सुब्रत रॉय का दिल का दौरा पड़ने के कारण रात साढ़े 10 बजे निधन हो गया। समूह ने बयान में कहा, ‘‘सहारा इंडिया परिवार अत्यंत दुख के साथ हमारे सहारा इंडिया परिवार के प्रबंध कार्यकर्ता और अध्यक्ष माननीय ‘सहाराश्री’ सुब्रत रॉय सहारा के निधन की सूचना दे रहा है।’’ इस दुख की घड़ी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत रॉय का निधन अत्यंत दुःखद है।

प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति दें, ॐ शांति! साथ ही सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी शोख जताते हुए कहा, सहाराश्री सुब्रत रॉय जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। भावपूर्ण श्रद्धांजलि!आज सुब्रत राय का पार्थिक शरीर लखनऊ में रखा जाएगा तो वही ये आशंका जताई जा रही है की कल यानी 16 नवंबर को अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जायेगी।

सहाराश्री सुब्रत राय को मिले ये सम्मान

>> 2002 में बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवॉर्ड

>> 2002 में बेस्ट इंडस्ट्रियलिस्ट अवॉर्ड

>> 2010 में विशिष्ट राष्ट्रीय उड़ान सम्मान

>> 2010 में रोटरी इंटरनेशनल का वोकेशनल अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस

>> 2001 में राष्ट्रीय नागरिक पुरस्कार

>> 2012 में भारत के टॉप 10 मोस्ट इंफ्लूएंशियल बिजनेसमैन

read more : सलमान और कैटरीना कैफ की टाइगर 3 पहले ही कर चुकी है इतने करोड़ की कमाई !

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments