डिजिटल डेस्क : देश की राजधानी दिल्ली पर एक बार फिर आतंकी खतरा मंडरा रहा है। तहरीक-ए-तालिबान के इंडिया सेल ने दिल्ली में हमले करने की धमकी दी है। धमकी मिलने के बाद पूरी दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार देर रात सरोजनी मार्केट समेत कई बाजारों में सर्च ऑपरेशन भी चलाया।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के एक अफसर ने बताया कि तहरीक-ए-तालिबान के नाम से कुछ लोगों को धमकी भरे ई-मेल भेजे हैं, जिनमें दिल्ली में ब्लास्ट करने की बात कही गई है। इन लोगों ने उत्तर प्रदेश पुलिस को इन ई-मेल्स के बारे में शिकायत की। UP पुलिस ने तुरंत दिल्ली पुलिस को इसकी जानकारी दी।
सरोजिनी मार्केट में घंटों चला सर्च ऑपरेशन
दिल्ली पुलिस ने हमले का इनपुट मिलने के तुरंत बाद संवेदनशील जगहों पर फोर्स बढ़ा दिया। वहीं, सरोजिनी नगर मार्केट में कई घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। दिल्ली के कुछ और मार्केट में भी इसी तरह के सर्च ऑपरेशन की खबर है।
आज बंद रखा जा सकता है सरोजिनी मार्केट
सरोजिनी नगर मिनी मार्केट ट्रेडर्स एसोशिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने बताया कि सुरक्षा कारणों से बाजार को बंद रखा जाएगा। उन्होंने कहा, ‘खतरे के मद्देनजर दिल्ली पुलिस को बाजार बंद कराने के आदेश दिए गए हैं।’ हालांकि, दिल्ली पुलिस ने ऐसा कोई आदेश मिलने से इनकार किया है। दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया, ‘हमारी टीम सरोजिनी मार्केट में एहतियातन सर्च ऑपरेशन के लिए गई थी।’
दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश में भी सिक्योरिटी अलर्ट
दिल्ली पुलिस के एक अफसर ने बताया कि धमकी भरे मेल करने वाला शख्स तहरीक-ए-तालिबान इंडिया संगठन से जुड़ा है। वहीं, UP पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि धमकी भले ही दिल्ली के लिए मिली हो, लेकिन हमने UP में भी अलर्ट रहने के लिए कहा है।
मेल भेजने वाले को ट्रैक करने की कोशिश जारी
दिल्ली में सुरक्षा बढ़ाने के साथ पुलिस मेल भेजने वाले का पता लगाने में जुट गई है। पुलिस अफसरों का कहना है कि इस मेल को भेजने वाले की पहचान के साथ मेल में किए गए दावों की सच्चाई का पता भी लगाया जा रहा है। अधिकारी के मुताबिक, एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और दिल्ली पुलिस की ज्वाइंट टीम सर्च ऑपरेशन में लगी हुई है।
दिल्ली के गाजीपुर और सीमापुरी में मिले थे IED
इससे पहले 14 जनवरी को दिल्ली के गाजीपुर और 18 फरवरी को ओल्ड सीमा पुरी से सुरक्षा बलों ने बड़ी संख्या में IED विस्फोटक बरामद किए थे। पाकिस्तान में तैयार इन विस्फोटकों को जमीन या समुद्र के रास्ते भारत भेजा गया था। समय रहते सुरक्षा बलों ने इन विस्फोटकों को डिफ्यूज कर दिया था। सुरक्षा बलों के मुताबिक, दोनों ही जगह मिले विस्फोटकों के तार एक ही जगह से जुड़े थे।
2008 में ऐसे ही मेल के बाद सीरियल ब्लास्ट हुए थे
आज से करीब 14 साल पहले, 13 सितंबर 2008 को आतंकियों ने एक बड़े मीडिया हाउस को ई-मेल भेजकर कहा था कि दिल्ली में 5 मिनट के अंदर धमाके होने वाले हैं, इन्हें रोक सको तो रोक लो। यह मेल आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन की तरफ से भेजा गया था। इसके बाद में दिल्ली में चार सीरियल ब्लास्ट हुए थे। एक के बाद एक हुए इन धमाकों से दिल्ली पूरी तरह हिल गई थी। पहला धमाका कनॉट प्लेस के पास किया गया था। इसके बाद करोल बाग के गफ्फार मार्केट और ग्रेटर कैलाश-1 में भी बम ब्लास्ट हुए थे। इन धमाकों में 21 लोगों की मौत हुई थी और 90 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
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पाकिस्तान का आतंकी संगठन है तहरीक-ए-तालिबान
तहरीक-ए-तालिबान को पाकिस्तान का तालिबान भी कहा जाता है। इसकी स्थापना दिसम्बर 2007 में हुई थी। पाकिस्तान में अफगानिस्तान बॉर्डर के पास कबायली इलाकों में इसका अच्छा खासा प्रभाव है। इस संगठन का मकसद पाकिस्तान में शरिया पर आधारित कट्टरपन्थी इस्लामी सरकार को कायम करना है। इसी संगठन ने 2014 में पाकिस्तान के पेशावर में आर्मी स्कूल पर हमला कर 132 बच्चों समेत 149 लोगों को मार डाला था।