Monday, December 23, 2024
Homeलाइफ स्टाइलभूमि, नदियों और प्रकृति को प्रदूषित न करें, नहीं तो आप भविष्य...

भूमि, नदियों और प्रकृति को प्रदूषित न करें, नहीं तो आप भविष्य में संकट में पड़ सकते हैं

डिजिटल डेस्क : कहानी – जब यशोदाजी कुछ काम कर रही थीं तभी कुछ चरवाहे उनके पास आए और बोले, ‘माया कन्हैया ने मिट्टी खा ली है।यशोदा जी ने बलराम से पूछा- दाऊ, क्या यह ठीक है?’बलराम ने कहा- हां, कन्हैया ने मिट्टी खा ली है।यह सब सुनकर यशोदाजी ने कन्हैया को पकड़ लिया और पूछा, “तुमने मिट्टी क्यों खाई?”

 कन्हैया ने कहा- मिया, मैंने मिट्टी नहीं खाई। आप हमेशा इन लोगों को सच मानते हैं। मेरा चेहरा अपने सामने ले लो, अपनी आँखों से देखो।यशोदा ने कन्हैया से मुंह खोलने को कहा तो उसने मुंह खोल दिया। यशोदा जी ने कृष्ण के मुख की ओर देखा तो वे चौंक गए, क्योंकि कृष्ण के मुख में सारा संसार समाया हुआ था। कृष्ण के चेहरे में सभी पहलू, पहाड़, द्वीप, पृथ्वी सभी दिखाई दे रहे थे।

 यह देखकर यशोदाजी सोचने लगीं, यह जादू है या मेरे बेटे, यशोदाजी थोड़ी देर के लिए भ्रमित हो गईं। थोड़ी देर बाद यशोदाजी को पता चला कि यह मेरा बेटा है। फिर उन्होंने कृष्ण को गले लगा लिया।

 तब कई चरवाहों ने कृष्ण से पूछा- यह सब क्या है?’

 कृष्ण ने उत्तर दिया- देखो, यह जादू है अगर तुम इसे नहीं समझते हो।

 कृष्ण भक्तों के मन में यह सवाल हमेशा उठता है कि उन्होंने अपनी मां के सामने पूरी दुनिया को क्यों दिखाया? मिट्टी खाकर तुमने अपनी माँ से झूठ क्यों बोला?

 वास्तव में कृष्ण अपनी लीला से एक संदेश देना चाहते हैं कि मेरे हर कर्म में एक प्रतीकात्मक पाठ है। मैंने मिट्टी नहीं खाई, मैं कहना चाहता था कि मेरे साथी पृथ्वी पर घूमते हैं, उसे प्रदूषित करते हैं, उस मिट्टी के सम्मान के लिए मैंने अपने मुंह में कुछ धूल डाली। जब मेरी मां बहस करती थी तो मैं कहना चाहता था कि मां मिट्टी नहीं होती, वह मिट्टी का रूप होती है, जिसका सभी को सम्मान करना चाहिए।

 इस दिन यूं करें सूर्यदेव की उपासना, सकंटों से मिलेगा छुटकारा

पाठ- श्रीकृष्ण ने यह संदेश दिया है कि जिस संसार को हम अपवित्र करते हैं, नदी को प्रदूषित करते हैं, वृक्षों को काटते हैं, श्रीकृष्ण भी उस संसार को बहुत सम्मान देते हैं। इसलिए हमें भूमि को गंदा करके उसका अपमान नहीं करना चाहिए। यदि हम पृथ्वी को प्रदूषित करते हैं, नदियों को प्रदूषित करते हैं, पेड़ों को काटते हैं, तो भविष्य में लोगों के लिए संकट होगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments