भारत में पाकिस्तान की शहबाज सरकार के खिलाफ बड़ी ‘डिजिटल स्ट्राइक’ हुई है। जानकारी के अनुसार, भारत में पाकिस्तान सरकार का ट्विटर अकाउंट बैन हो गया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेते हुए पाकिस्तानी सरकार के ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। ब्लॉक किए गए ट्विटर अकाउंट के पेज पर दिखाई दे रही जानकारी के अनुसार, पाकिस्तान सरकार के अकाउंट को कानूनी मांग के जवाब में भारत में बंद कर दिया गया है। हाल ही में पीएफआई पर पांच साल के बैन के विरोध में पाकिस्तानी दूतावास की तरफ से ट्वीट किया गया था। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कनाडा में स्थित दूतावास ने इस कार्रवाई पर भारत का विरोध किया और पीएफआई के समर्थन में बातें कही थी।
माना जा रहा है कि इस वजह से भारत में पाकिस्तान सरकार का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट बैन किया गया है। दरअसल, सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के कनाडा में स्थित दूतावास के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट, जो पीएफआई के समर्थन में था, खूब वायरल हुआ था। रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान महावाणिज्य दूतावास वैंकूवर के आधिकारिक हैंडल ने प्रतिबंधित पीएफआई के समर्थन में ट्वीट किया था। यही नहीं आपत्तिजनक ट्वीट के साथ इसमें पाकिस्तान विदेश मंत्रालय और पाक सरकार को टैग भी किया गया। सोशल मीडिया पर इस ट्वीट के खिलाफ लोगों ने काफी गुस्सा निकाला। यह पोस्ट भी काफी वायरल हुई थी। वायरल स्क्रीनशॉट में ट्वीट किया गया था |
भाजपा शासित राज्यों में हिरासत के नाम पर बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां हो रही हैं। यह और कुछ नहीं बल्कि पीएफआई को निशाना बनाने वाली केंद्र सरकार द्वारा किया जा रहा लोकतांत्रिक मू्ल्यों का हनन है। इस निरंकुश व्यवस्था के तहत इस तरह की कार्रवाई अपेक्षित थी |
पीएफआई का अकाउंट पहले से बैन
हाल ही में भारत सरकार ने पीएफआई पर बैन लगाने के बाद उसके ट्विटर अकाउंट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। सरकार की शिकायत पर ट्विटर इंडिया ने यह एक्शन लिया था। पीएफआई इंडिया के ट्विटर अकाउंट के अलावा पीएफआई की टॉप लीडरशीप जिसमें अनीस अहमद जनरल सेक्रेटरी और नेशनल चेयरमैन का अकाउंट भी ट्विटर इंडिया ने बैन कर दिया है। इन दोनों को छापे के दौरान एनआईए ने गिरफ्तार किया था।
ट्विटर ने दिया जवाब
रिपोर्ट के अनुसार, जून में, पाकिस्तान मीडिया ने रिपोर्ट किया था कि नई दिल्ली ने भारत के सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत कई दूतावासों, पत्रकारों और कुछ प्रमुख हस्तियों के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर प्रतिबंध लगाकर देश में सूचना के प्रवाह पर पूरी तरह से रोक लगा दिया है। ट्विटर ने भारत पर पाकिस्तानी पत्रकारों के अकाउंट पर प्रतिबंध लगाने पर एक बयान जारी किया। माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ने कहा, वैलिड लीगल डिमांड के रिस्पांस में कुछ कंटेट को रोकना आवश्यक हो जाता है। जहां कंटेट को अवैध माना जाता है। हमें प्राप्त होने वाली लीगल रिक्वेस्ट ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में विस्तृत हैं, और कंटेट को रोकने के अनुरोध लुमेन पर प्रकाशित किए जाते हैं।
भारत को बदनाम करने की साजिश
केन्द्र सरकार के मुताबिक, ट्विटर पर कई भारत विरोधी ताकत तेजी से पनप रही थी | जिसका का कनेक्शन सीधे पाकिस्तान से होता था। वही कुछ लोग और संगठन को घूस देकर भारत में अल्पसंख्यकों और दलितों पर कथित अत्याचार वाली ट्विट लिखने के लिए लाखों रुपये दिए जाते थे। ये एक तरह से भारत को बदनाम करने के लिए प्रोपगंडा फैलाने वाला विज्ञापन होता था। इसमें कई पत्रकार भी शामिल होतो थे | जो बकायदा लेख लिखा करते थे। वो उसके बाद पास करते थे। अगर स्टोरी पास हो गई तो एक एक अच्छी खासी रकम दी जाती थी। ये भारत को दुनिया भर में बदनाम करने के लिए मकसद किया जाता था।
कई बार लताड़ चुका है भारत
हाल ही में बाइडेन प्रशासन ने एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर (45 करोड़ रुपये) के मेंटनेंस पैकेज को मंजूरी दी थी। इस पर भारत ने बड़ी आपत्ति जताई थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पाकिस्तान को सहायता दिए जाने का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान इस तरह के मेंटेनेंस पैकेज का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद में करता रहा है। जयशंकर ने कहा था कि पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान अपने एफ-16 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल कहां और किसके खिलाफ करता है।
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