डिजिटल डेस्क : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के तमाम दावों के बाद भी देश में हिंदू मंदिरों पर हमले बढ़ते ही जा रहे हैं। दुर्गा मंदिरों में तोड़फोड़ के कुछ घंटे बाद ही नोआखाली इलाके में करीब 200 मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने इस्कॉन मंदिर पर हमला कर दिया। कट्टरपंथी हमलावरों ने इस्कॉन के सदस्य पार्थ दास की बेहद क्रूर तरीके से हत्या कर दी। इस्कॉन ने एक बयान जारी करके बताया है कि पार्थ का शव मंदिर के पास तालाब में पाया गया है।
इस्कॉन ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिंदुओं की सुरक्षा की गुहार लगाई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बताया जा रहा है कि यह हमला शुक्रवार को किया गया। इस्कॉन से जुड़े राधारमण दास ने ट्वीट करके कहा कि पार्थ दास कल से लापता थे और आज सुबह उनका शव तालाब में तैरता हुआ मिला है। उन्हें बुरी तरह से पीटा गया था और यही नहीं क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए शरीर के हिस्सों को निकाल लिया गया था।
It is with great grief that we share the news of a ISKCON member, Partha Das, who was brutally killed yesterday by a mob of over 200 people. His body was found in a pond next to the temple.
We call on the Govt of Bangladesh for immediate action in this regard. https://t.co/BLwqGsN36h
— ISKCON (@iskcon) October 16, 2021
मंदिर के सामने बने दुर्गापूजा पंडाल को तहस-नहस कर दिया
पार्थ दास अभी 25 साल के थे और भगवान की भक्ति को लेकर बहुत उत्साहित रहते थे। बताया जा रहा है कि इस हमले में मंदिर को भी काफी नुकसान पहुंचा है। हमलावरों ने मंदिर के सामने बने दुर्गापूजा पंडाल को भी तहस-नहस कर दिया। एक दिन पहले ही बांग्लादेश में कई दुर्गा पांडालों पर हमला कर तोड़फोड़ की गई थी। सोशल मीडिया पर यह खबर फैलाई गई कि कोमिला शहर में नानुआर दिघी झील के पास एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान को कथित तौर पर अपवित्र किया गया था। जिसके बाद उन्मादियों की भीड़ ने चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली और कॉक्स बाजार के पेकुआ में हिंदू मंदिरों और पांडालों पर हमला किया था।