तमिलनाडु के मदुरै में मां और 6 साल की बेटी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये लोग श्रीलंका के रास्ते हुए हुए चीन से मुदुरै पहुंचे थे। मां-बेटी कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद आइसोलेट कर दिया गया है साथ ही इनके कोरोना सैंपल को आगे की जांच के लिए जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेज दिया है। इस बात की जानकारी मदुरै के कलेक्टर ने दी है।
चीन और जापान समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लग रहा है। अन्य देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर भारत सरकार भी चौकस है। केंद्र सरकार कोरोना की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। इसी बीच, देशभर में आज सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोगों से मास्क पहनने और कोविड-19 से संबंधित गाइडलाइंस का पालन और सतर्क रहने का आग्रह किया है।
निगरानी के लिए एक अधिकारी तैनात
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि वे इस समय घर पर आइसोलेट हैं। उनकी स्वास्थ्य स्थितियों की निगरानी के लिए एक अधिकारी को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि ब्लड के नमूने परीक्षण के लिए राज्य सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशाला में भेजे गए हैं ताकि यह निर्धारित किया जा सके। वे किस कोविड स्ट्रेन से संक्रमित हैं। उन्होंने कहा कि परिणाम चार से पांच दिनों के भीतर आने की उम्मीद है।
आरटी-पीसीआर जांच कराने की सलाह
इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने एक तीसरे व्यक्ति को आरटी-पीसीआर परीक्षण से गुजरने के लिए कहा है। जो मदुरै हवाई अड्डे से दो रोगियों को छोड़ कर चेन्नई लौट आया था। सुब्रमण्यन ने कहा कि विभाग ने चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और ताइवान से अंतरराष्ट्रीय आगमन पर आरटी-पीसीआर परीक्षण कराने की सलाह दी है।
मंडाविया ने 4 टी पर दिया जोर
मांडविया ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड गाइडलाइंस की नीति का पालन करने और संवेदनशील लोगों को सर्तकता डोज देने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि हम निरंतर सामूहिक प्रयासों से ही संक्रमण से पार पा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया भर में कोविड की स्थिति को देखते हुए सभी अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है। चीन के मामलों में विस्फोटक इजाफे के बाद पूरी दुनिया कोरोना को लेकर अलर्ट हो गई है। केंद्र सरकार ने पिछले हफ्ते से अब तक कई बैठकें की हैं। सरकार हर तरह से सुनिश्चित करना चाहती है कि वायरस न फैले।
अस्पतालों में तैयारियों का पता लगाने के लिए आवश्यक था ड्रिल
मांडविया ने कहा कि हमारे अस्पतालों में तैयारियों का पता लगाने के लिए ड्रिल जरूरी थी। मांडविया ने कहा, ‘पूरी दुनिया में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और भारत में भी संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के रूप में कोविड संबंधी पूरा ढांचा पूरी तरह तैयार हो। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में तैयारी अहम है। इस लिहाज से सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पताल भी मॉक ड्रिल कर रहे हैं।
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