डिजिटल डेस्क : भारत से लगती सीमा पर एक बार फिर से पड़ोसी देश चीन सक्रिय हो गया है। पूर्वी लद्दाख में 17 महीने पहले हुई मुठभेड़ के बाद चीन एक बार फिर सीमा के पास अपनी सेना के लिए बंकर बना रहा है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने पूर्वी लद्दाख के सामने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास करीब छह जगहों पर नए मॉड्यूलर कंटेनर (अस्थायी टेंट) लगाए हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने उत्तर में काराकोरम दर्रे के पास वहाब ज़िल्गा से लेकर प्यू, हॉट स्प्रिंग्स, चांग ला, ताशीगांग, मांजा और चुरुप तक सैनिकों के लिए आश्रय स्थल स्थापित किए हैं। हर जगह 80 से 84 कंटेनर में सात गुच्छे बनाए गए हैं।
पिछले साल अप्रैल-मई में भारत और चीन के बीच सैन्य संघर्ष के बाद से चीन ने कई शिविर स्थापित किए हैं। ये नए शिविर पुराने मौजूदा शिविरों के साथ बनाए गए हैं। इससे साफ पता चलता है कि चीन का लंबे समय से सीमा से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का कोई इरादा नहीं था।
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सीमा पर तैनात हैं दोनों देशों के 50-50 हजार सैनिक
भारत और चीन दोनों ने पूर्वी लद्दाख के पास सीमा पर 50,000-50,000 सैनिकों को तैनात किया है। उनके पास हॉवाइजर, टैंक और सतह से सतह पर मार करने वाली हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इस असहज स्थिति के बीच दोनों ओर के सैनिक नियमित रूप से बदलने लगे।
चीन ने इस क्षेत्र में कई हवाई पट्टियां और नए हेलीपैड बनाए हैं, जो लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक फैले हुए हैं। इसके अलावा, चीन ने यहां अपने मुख्य हवाई अड्डों को होटन, काशगर, गर्गुनसा, ल्हासा-गंगार और शिगात्से में अपग्रेड किया है।