डिजिटल डेस्क : स्टेट हेड – सादिक़ अली :कांग्रेस सेवादल की गुजरात से राजघाट दिल्ली पहुँचने वाली दांडी यात्रा गौरव यात्रा के स्वागत को मुख्यमंत्री राजस्थान सीमा रतनपुर पँहुचे।दांडी यात्रा के राजस्थान सीमा पर गौरव यात्रियों का जोश के साथ स्वागत करने के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने गौरव यात्रा के साथ पैदल चलने के बाद जनसभा को किया सम्बोधित ।
कांग्रेस पार्टी के सेवादल संगठन की ओर से गुजरात से निकली दांडी यात्रा करीब 700 से ज्यादा किलोमीटर का सफर तय कर शुक्रवार को गुजरात से राजस्थान में प्रवेश किया ।दांडी यात्रा का राजस्थान की सीमा में प्रवेश करने पर जोर शोर के साथ प्रदेश मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन समेत गोविंद डोटासरा और मुकुल वासनिक के साथ स्वागत कर कुछ दूरी तक गौरव यात्रा के साथ पैदल भी चले।कुछ दूरी तक गौरव यात्रा के साथ पैदल चलने के बाद गहलोत जनसभा मंच पर पहुँचे जँहा स्वागत सत्कार के बाद गहलोत ने आमसभा को सम्बोधित किया ।अपने सम्बोधन में गहलोत ने प्रदेश में सरकार द्वारा आमजन के हित मे शिक्षा के क्षेत्र में , चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी बीमारियों से लेकर छोटी बीमारियों तक बड़े ऑपरेशन से लेकर छोटे आपरेशन आई पी डी से लेकर ओपीडी सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से फ्री करने ,गरीब मज़दूरों के लिए मनरेगा में राज्य सरकार द्वारा अपने खर्च पर 25 दिन बढ़ाने को कहा साथ ही उन्होंने माना कि उनकी योजना आमजन तक नही पहुँच रही साथ ही उन्होंने योजनाओं का आमजन तक नही पहुँचने के पीछे विज्ञापन पर खर्च की कमी रखना फ़िज़ूलख़र्ची होना बताया।उन्होने भाजपा सरकारों और केजरीवाल सरकार का हवाला देते हुए फ़िज़ूल तरीके से विज्ञापन पर खर्च न कर गौरव यात्रियों को यात्रा के दौरान पड़ाव आने पर आमजन तक सरकारी योजनाओं को पहुचाने का आव्हान किया। संघ प्रमुख मोहन भागवत को अखंड भारत वाले बयान को समझ से परे वाला बयान बताते हुए इस पर गहलोत ने दो टूक जवाब दिया।गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा की हाल ही में रामनवमी पर देश के भाजपा शासित कुछ प्रदेशों में हुए तनाव का जिक्र कर उन प्रदेशों से राजस्थान की तुलना करते हुए कहा कि राजस्थान की जनता ने रामनवमी पर भाईचारे का संदेश देते हुए शांतिपूर्ण तरीके से रामनवमी के पर्व को मनाया।कही किसी जगह से अनहोनी होने की खबर सुर्खियों में नही बनी।
राजस्थान में कांग्रेस का हाल
राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कांग्रेस की दांडी यात्रा से दूरी बना ली है। जबकि पायलट जयपुर में ही मौजूद थे। आज सीएम गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा जयपुर से स्पेशल विमान से रतनपुर बाॅर्डर के लिए रवाना हुए, लेकिन जयपुर में ही मौजूद सचिन पायलट ने कार्यक्रम से दूरी बना ली। 6 अप्रैल को गुजरात से शुरू हुई दांडी यात्रा ने राजस्थान में प्रवेश कर लिया है। राजस्थान-गुजरात बाॅर्डर पर डूंगरपुर में सीएम गहलोत जनसभा को संबोधित करेंगे। सभा को प्रदेश प्रभारी अजय माकन, मुकुल वासनिक और गुजरात प्रदेश प्रभारी डाॅ. रघु शर्मा भी संबोधित करेंगे। दांडी यात्रा में शामिल नहीं पर पायलट को लेकर सियासी अटकलों का बाजार एक बार फिर से गर्म हो गया है।
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राजघाट पर होगा दांडी यात्रा का समापन
डूंगरपुर के रतनपुर बॉर्डर पर राष्ट्रीय कांग्रेस के सेवादल के आजादी की गौरव यात्रा की सभा में राजस्थान के ज्यादातर प्रमुख नेता तो मौजूद रहेंगे लेकिन उसमें सचिन पायलट नहीं रहेंगे। गुजरात के साबरमती से 6 अप्रैल को शुरू हुई दांडी यात्रा आज 15 अप्रैल को राजस्थान में प्रवेश कर गई है। दांडी यात्रा का 1 हजार 171 किलोमीटर दूरी तय कर दिल्ली के राजघाट पर समापन होगा। राजस्थान में 700 किलोमीटर तक ये यात्रा निकाली जाएगी।
विधानसभा उपचुनाव के दौरान दिखाई दिए एक साथ
सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट प्रदेश में उपचुनाव हुए थे तब एक साथ दिखाई दिए। सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ एक ही हेलीकॉप्टर में सवार होकर सभाओं में शामिल होने जाते थे। लेकिन उपचुनाव के बाद गहलोत और पायलट की एक साथ की तस्वीरें अब दिखाई नहीं दे रही। गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत के बाद पायलट के पास कोई पद नहीं है। पायलट भले ही कांग्रेस के स्टार प्रचारक हो लेकिन वे फिलहाल एक विधायक है।